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AMET NEWS : कबीर साहेब का 624वां प्रकट दिवस मनाया
M. Ajnabee-Kishan Paliwalआमेट. बन्दीछोड़ भक्ति-मुक्ति ट्रस्ट द्वारा जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में गरीबदास जी की अमृतमय वाणी के पाठ का सीधा प्रसारण साधना चैनल के माध्यम से किया गया. जिसे कबीर साहेब के 624 वें प्रकट दिवस के रूप में संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा मनाया गया. संत रामपाल जी महाराज ने सभी धर्मों के पवित्र सद्ग्रंथो के अनुसार प्रमाण देकर बताया कि कबीर साहेब जिनको आज तक समाज केवल संत और दास के रूप में जानता है, वे असल में पूर्णब्रह्म कबीर साहेब सर्वसृष्टि के पालक है, जो लहरतारा नामक तालाब में कमल के फूल पर नीरू और नीमा को मिले. गरीब दास जी ने अपनी वाणी में कहा है कि ना माता जननी जने, उनके मां ना बाप. सेवक होके उतरे, काटन तीनो ताप. कबीर साहेब हर युग मे अपनी लीला करने आते हैं, सतयुग में सतसुकृत नाम से, त्रेतायुग में मुनींद्र नाम से, द्वापर में करुणामय नाम से और कलयुग में कबीर नाम से आए. संत रामपाल जी महाराज का मुख्य उद्देश्य है कि-विश्व को सद्भक्ति देकर मोक्ष प्रदान करना, समाज से जाति-पाती के भेद को मिटाना, युवाओं में नैतिक और आध्यात्मिक जागृति लाना, समाज से हर प्रकार के नशे को दुर करना, समाज में शांति व ाईचारा स्थापित करना, सामाजिक बुराइयों को समाप्त कर स्वच्छ समाज तैयार करना, समाज से दहेज रूपी कुरीति को जड़ से खत्म करना, भ्रष्टाचार को खत्म करना. संत रामपाल जी के अनुयाई इंदरमल, विनोद सुथार, गोकुलराम, राजु भोई, पूजा भोई, जमकू देवी, घिसी बाई, विजय राम कुमावत ,मोहन दास आदि ने सत्संग श्रवन किया. उक्त जानकारी श्री राजू भोई ने पालीवाल वाणी को दी.
● पालीवाल वाणी ब्यूरों-M. Ajnabee-Kishan Paliwal...✍️