उज्जैन
Mahakal Mandir : तेज बारिश में दीवार गिरी, दो लोगों की मौत और दो लोग गंभीर रूप से घायल
sunil paliwal-Anil Bagoraउज्जैन.
उज्जैन में शुक्रवार शाम को हुई तेज बारिश में महाकाल मंदिर गेट क्रमांक चार की एक दीवार ढह गई, जिसके मलबे में चार लोग दब गए। उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था. जहां दो लोगों की मौत होने और दो लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की पुष्टि हुई है. घायल व मृतकों को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही रेस्क्यू टीम राहत कार्य में लगी हुई है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बहुत तेज बारिश हो रही थी. हम छाता लेकर गेट नंबर चार के गेट पर खड़े हुए थे. तभी अचानक दीवार गिर गई, जिससे दो महिला और एक बच्चा दीवार के नीचे दब गया था.
उज्जैन में तेज बारिश का दौर लगातार जारी है. लेकिन यह बारिश महाकाल मंदिर क्षेत्र में आफत बनकर बरस रही है. महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार पर पंडित आनंद शंकर व्यास के मकान के पास तेज बारिश के कारण अचानक दीवार ढह गई, जिससे यहां दुकान लगाकर सामान बेचने वाले लोग दीवार के मलबे में दब गए. जैसे ही इन लोगों के दबने की सूचना महाकाल मंदिर प्रशासन को लगी उन्होंने तुरंत महाकाल थाना पुलिस व मंदिर कर्मचारियों की सहायता से घायलों को मलबे से बाहर निकाला और उन्हें उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया है. मलबे में कुल चार लोग दबे थे, जिन्हें रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला, जिसमें दो लोगों की मौत और दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
उज्जैन के मुख्य स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य अधिकारी एके पटेल ने मीडिया को बताया है कि जिन दो गंभीर घायलों को इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल भेजा गया है. उनके नाम शारदाबाई (40) और जयसिंहपुरा उज्जैन की तीन वर्षीय रूही है. वहीं जिनकी मौत हुई है, उनके नाम 22 वर्षीय फरहीन निवासी जयसिंहपुरा और शिवशक्ति नगर के 27 वर्षीय अजय पिता ओमनाथ योगी सामने आए हैं. इसी तरह अन्य घायलों का उपचार उज्जैन में जारी है. मालूम हो कि बारिश से बचने के लिए लोग महाकाल मंदिर के गेट नं. 4 की दीवार के पास जाकर खड़े हो गए थे, उसी दौरा दीवार गिरने से उक्त हादसा हो गया.
मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता
महाराजवाड़ा स्कूल के पास हुई दीवार गिरने की दुर्घटना पर संभागायुक्त उज्जैन संजय गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक संतोष कुमार सिंह, डीआईजी नवनीत भसीन, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने चरक अस्पताल पहुंचकर घायलों की स्थिति जानी और आवश्यक दिशा निर्देश दिए.