उज्जैन

श्री महाकालेश्वर मंदिर में तीन श्रद्धालुओं के साथ भस्म आरती अनुमति के नाम पर ठगी

Paliwalwani
श्री महाकालेश्वर मंदिर में तीन श्रद्धालुओं के साथ भस्म आरती अनुमति के नाम पर ठगी
श्री महाकालेश्वर मंदिर में तीन श्रद्धालुओं के साथ भस्म आरती अनुमति के नाम पर ठगी

उज्जैन :

श्री महाकालेश्वर मंदिर में दिल्ली से आए तीन श्रद्धालुओं के साथ भस्म आरती अनुमति के नाम ठगी का मामला सामने आया है। श्रद्धालुओंं से 4500 रुपए लेकर ओरिजनल अनुमति से कॉपी कर नकली अनुमति बनाकर थमा दी थी। 

दर्शनार्थी सुबह मंदिर पहुंचे तो नकली अनुमति की जानकारी सामने आई। मामले में श्रद्धालुओं की शिकायत के बाद मंदिर समिति ने दो लोगों के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया है।श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन अलसुबह होने वाली भस्म आरती दर्शन के लिए बाहर के श्रद्धालु ललायित रहते है। ऐसे में बाहर के श्रद्धालुओं के साथ कुछ लोग ठगी कर रहे है। 

मंदिर समिति के कार्यालय अधीक्षक प्रेमनारायण उदेनिया ने बताया कि 16 अप्रैल को प्रात: कालीन भगवान महाकाल की भस्मार्ती में शामिल होने आए श्रद्धालु नितिन भारद्वाज, मोहित अरोरा एवं दिशांत गैरा निवासी उत्तम नगर नई दिल्ली द्वारा मंदिर कार्यालय में लिखित शिकायत की थी। शिकायत में बताया गया कि तीनों श्रद्धालु उज्जैन में कालसर्प पूजन कराने आए थे।

यहां पर उन्हे पवन कुमार नामक व्यक्ति मो. 6260738516 ने भस्मार्ती की अनुमति जारी करने के लिए मृत्युंजय कुमार नामक व्यक्ति का मो. नं. 9334222621, 6261865996 दिया था। चर्चा के बाद मृत्युंजय कुमार द्वारा 4500 रुपए लेकर तीनों श्रद्धालुओं की भस्मार्ती अनुमति जारी करवाई गई थी। तीनों श्रद्धालु जब भस्मार्ती अनुमति लेकर मंदिर पहुंचे तो जांच के दौरान उक्त अनुमति किसी अन्य श्रद्धालु को जारी की गई अनुमति से कॉपी कर श्रद्धालुओं के नाम डालकर दी गई थी। बाहरी श्रद्धालु के साथ ठगी का मामला सामने आने के बाद मंदिर प्रशासन ने महाकाल थाने में पवन कुमार व मृत्युंजय कुमार के विरूद्ध धारा 420 के तहत प्रकरण दर्ज कराया है।

श्री महाकालेश्वर मंदिर कार्यालय से 16 अप्रैल 2023 को मीडिया के नाम पर अनुमति बनवाई गई थी। इस अनुमति को कॉपी कर दर्शनार्थियों के नाम से नकली अनुमति बनाकर दी गई थी। मामले का खुलासा सुबह मंदिर भस्मार्ती दर्शन के लिए प्रवेश के दौरान हुआ। मंदिर के कर्मचारियों ने अनुमति चेक की तो तीनों श्रद्धालुओं की अनुमति कॉपी कर नकली बनाया जाना सामने आया।

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