कोरोना वायरस के प्रकोप ने अब तक न जाने कितनी जाने ली है। इस खतरनाक वायरस से बचने का एक मात्र उपाय वैक्सीन बताया जा रहा है। इसके साथ ही कोरोना की गाइडलाइन का पालन करना भी जरूरी है। लेकिन कुछ लोग इन दोनों ही चीजों को नहीं मानते हैं। वे कोरोना को बहुत हल्के में लेते हैं। उन्हें लगता है ये सब बकवास बातें हैं। लेकिन यह सोच न जाने कितने लोगों को ले डूबी। अब तीन बार के किक बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन फ्रेडरिक सिनिस्ट्रा (frederic sinistra) को ही ले लीजिए।
फ्रेडरिक सिनिस्ट्रा को किक बॉक्सिंग (kickboxing champion) की दुनिया में ‘अंडरटेकर’ के नाम से भी जाना जाता है। उनका 27 दिसंबर को कोरोना वायरस के चलते निधन हो गया। वे 41 वर्ष के थे। उन्होंने एक जिद पाल रखी थी। उनका कहना था कि मैं कोरोना को अपनी शक्ति से हरा दूंगा। उन्होंने इसके लिए कोरोना को खुले तौर पर चुनौती दी थी।
अपनी जिद के चलते फ्रेडरिक सिनिस्ट्रा ने वैक्सिन का डोज नहीं लगवाया था। वहीं वे कोरोना गाइड लाइनों को बकवास बताते हुए उनका कई बार उल्लंघन कर चुके थे। कई लोगों की तरह उनका भी ये मानना था कि कोरोना वायरस और इसका टीका बस एक धोखा है। उनके अनुसार जो व्यक्ति शारीरिक रूप से स्ट्रॉंग होता है उस पर कोरोना का कोई असर नहीं होता है। वे मजाक में ये भी कहते थे कि यदि उन्हें कभी कोरोना से दो-दो हाथ करना पड़ भी जाए तो वे उसे अपनी निजी ताकत से धूल चटा देंगे।
फ्रेडरिक सिनिस्ट्रा बीते दो वर्षों से कोरोना गाइड लाइनों का उल्लंघन कर रहे थे। उन्हें अपनी शक्ति पर पूरा भरोसा था। लेकिन फिर नवंबर माह में उन्हें कोरोना हो गया। तब भी शुरुआती दिनों में उन्होंने खुद को शक्तिशाली बताते हुए इसे हराने की बात कही थी। इस ओवर कॉन्फिडेंस की वजह से उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई। ऐसे में उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा।
यहां आईसीयू में जाने पर भी उन्हें खुद की ताकत पर भरोसा था। उन्होंने अपने फैंस से कहा था कि वे इस बीमारी को हराकर फिर से लौट आएंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। इलाज में देरी और उनकी लापरवाही के चलते उनकी जान चली गई।
हैरत की बात ये रही कि फ्रेडरिक सिनिस्ट्रा के निधन के बाद उनकी बीवी भी ये मानने को तैयार नहीं थी कि उनके पति की मौत कोरोना की वजह से हुई है। इस पूरी घटना से आप सभी भी सीख लें और कोरोना को हल्के में न लें। कोविड-19 से जुड़ी गाइड लाइनों का पालन करें और समय पर वैक्सीन लगवाएं।