राजसमन्द
सिंचाई के लिए चालू की गई नहर को बंद कराने की मांग
Ajay Soniराजसमंद। राजसमंद झील से फसलों की सिंचाई के लिए चालू की गई नहर को अविलम्ब बंद कराए जाने की मांग को लेकर नगर विकास समिति की ओर से अध्यक्ष हरगोविन्द पालीवाल के नेतृत्व में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि क्षेत्र के किसानों के लिए खतों में फसलों की सिंचाई के लिए राजसमंद झील से शुरु की गई नहर गई थी। अब वर्तमान समय में खतों में फसले पक गई है एवं फसलों को काटे जाने की तैयारी में है। जिसके कारण अब खेतों में सिंचाई की आवश्यकता नहीं है। लेकिन अभी तक भी नहर को बंद नहीं किया गया है जिससे राजसमंद झील का पानी व्यर्थ में ही बह रहा है। वहीं राजसमंद झील में साढ़े सात फीट पानी ही बचा है जबकि संगठन के प्रतिनिधि मंडल द्वारा पूर्व में दिए गए ज्ञापन में राजसमंद झील में 10 से 15 फीट पानी रहने पर नहर बंद कराने की सहमति दी गई थी। राजसमंद झील शहर का एक मात्र जल स्त्रोत है जिसमें से जेके टायर फैक्ट्री व मार्बल उद्योगों के साथ-साथ वाष्पीकरण से भी पानी खर्च होता है। जिसके चलते शहरवासी पिछले कई वर्षों से सी लेवल से भी कम गंदा व दुर्घन्ध युक्त पानी पीने को मजबूर है। इसी के तहत अगले मानसून तक राजसमंद झील में पानी बचा रहे इसके लिए मार्च महिने में ही नहर बंद कर दी जाती है परन्तु विभाग एवं अधिकारियों की लापरवाही के चलते अभी तक भी नहर बंद नहीं की गई है।