अन्य ख़बरे
देश के प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर मेरा अपमान किया : राहुल गांधी
Paliwalwaniकेरल :
उद्योगपति गौतम अडाणी के साथ कथित संबंध को लेकर प्रधानमंत्री पर करारा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि उन्हें (प्रधानमंत्री को) लगता है कि ‘वह बहुत शक्तिशाली हैं, लेकिन उन्हें इसका एहसास नहीं है कि नरेंद्र मोदी वह आखिरी चीज होंगे, जिनसे मैं डरूंगा. अडाणी समूह की कंपनियों पर अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से जुड़े विषयों को उठाते हुए संसद में हाल में दिये अपने बयान को याद करते हुए राहुल ने यहां कहा कि उन्होंने जो कुछ कहा था, उस बारे में उनसे सबूत देने को कहा गया. उन्होंने यहां अपने निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही.
राहुल ने कहा और मैंने संसद की कार्यवाही से हटाई गई मेरी प्रत्येक टिप्पणी के बारे में स्पीकर (लोकसभा अध्यक्ष) को लिखे पत्र में जानकारी दी है तथा सबूत दिये हैं. उल्लेखनीय है कि हाल में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान राहुल के भाषण का एक बड़ा हिस्सा सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया था. उन्होंने कहा कि संसद के निचले सदन (लोकसभा) में उन्होंने किसी अपशब्द या अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल नहीं किया था, बल्कि मोदी और अडाणी के बीच संबंध का सिर्फ जिक्र किया था.
कांग्रेस नेता ने यहां मीनानगडी में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘मेरे भाषण के बाद, इसका अधिकांश हिस्सा संपादित कर (सदन की कार्यवाही से) बाहर कर दिया गया और इसे संसद के रिकार्ड में नहीं जाने दिया गया. राहुल ने ‘सीधे तौर पर उन्हें अपमानित करने’ वाले मोदी के भाषण को सदन की कार्यवाही से नहीं हटाये जाने के लिए लोकसभा सचिवालय की भी आलोचना की. उन्होंने यह उल्लेख किया, ‘वह कहते हैं कि आपका नाम गांधी क्यों है, नेहरू क्यों नहीं? इस तरह, देश के प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर मेरा अपमान किया. लेकिन उनके शब्दों को सदन की कार्यवाही से नहीं हटाया गया.’
वायनाड से लोकसभा सदस्य ने प्रधानमंत्री मोदी के अडाणी से कथित संबंध को लेकर अपना हमला तेज करते हुए कहा, ‘मोदी को लगता है कि वह बहुत शक्तिशाली हैं, लेकिन उन्हें इसका एहसास नहीं है कि नरेंद्र मोदी वह आखिरी चीज होंगे, जिनसे मैं डरूंगा.’ राहुल ने कहा, ‘चाहे वह क्यों ना भारत के प्रधानमंत्री हों, उनके पास सभी (जांच) एजेंसियां हो, यह मायने नहीं रखता है …क्योंकि सत्य उनकी ओर नहीं है. और एक दिन, वह सच का सामना करने के लिए मजबूर हो जाएंगे.’ उन्होंने लोकसभा में दिये अपने भाषण को देखने का कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया, क्योंकि यह ‘प्रधानमंत्री और अडाणी के बीच साठगांठ’ तथा देश में जो कुछ हो रहा है, उसे समझने के लिए जरूरी है. (फाइल फोटो)