Monday, 30 June 2025

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देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में, औसत से 4 गुना ज्यादा

Paliwalwani
देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में, औसत से 4 गुना ज्यादा
देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में, औसत से 4 गुना ज्यादा

देश में हाल ही में जीडीपी वृद्धि दर और बेहतर जीएसटी कलेक्शन के रिकॉर्ड आंकड़े आए। लेकिन, अगस्त में बेरोजगारी दर बढ़ने की चिंताजनक खबर भी आई है। देश में बेरोजगारी के आंकड़ों पर नजर रखने वाली निजी संस्था- सेंट्रल फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के ताजा आंकड़े बताते हैं कि राष्ट्रीय बेरोजगारी दर अगस्त में 1.37% बढ़कर 8.32% हो गई। यह जुलाई में 6.95% थी।

राज्यों में हरियाणा 35.7% बेरोजगारी दर के साथ टॉप पर कायम है। पिछले 5 साल में यह बेरोजगारी दर अब तक की दूसरी सबसे ज्यादा है। इससे पहले कोरोना की पहली लहर के दौरान लगे लॉकडाउन के समय अप्रैल 2020 में बेरोजगारी दर 43.2% पर पहुंच गई थी, जो अब तक की सर्वाधिक है। अगस्त में शहरी बेरोजगारी दर 39.2% व ग्रामीण बेरोजगारी दर 33.6% रही। प्रदेश में जुलाई में बेरोजगारी दर 28.1% थी, जो अगस्त में 7.6% बढ़ गई। चिंता का विषय यह है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिन महीनों में लॉकडाउन रहा, उन महीनों से भी ज्यादा बेरोजगारी दर अगस्त में दर्ज की गई है।

देश में एक माह में 16 लाख जॉब गईं

देश में कार्यरत लोगों की संख्या अगस्त में 39.77 करोड़ दर्ज की गई, जो जुलाई में 39.93 करोड़ थी। एक माह में करीब 16 लाख लोग बेरोजगार हो गए। इसमें बड़ी संख्या ग्रामीण इलाकों की रही। इसके पीछे मुख्य वजह खरीफ के सीजन में कम बुवाई होना बताया जा रहा है।

प्रदेश में एक माह में ग्रामीण क्षेत्र में 12.6% बढ़ गई बेरोजगारी

  • देश में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 1.5% के इजाफे के साथ 9.78% पर पहुंच गई। यह जुलाई में 8.3% थी। ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 1.3% की वृद्धि के साथ 7.64% हो गई। यह जुलाई में 6.34% थी।
  • हरियाणा में जुलाई में शहरों में बेरोजगारी दर 38.4% थी, जो अब 0.8% बढ़कर 39.2% हो गई है। ग्रामीण क्षेत्र में जुलाई में दर 21% थी। अगस्त में 12.6% बढ़कर 33.6% हो गई है।
  • हरियाणा सरकार की ओर से सीएमआईई की रिपोर्ट पर सवाल उठाए जाते रहे हैं और गलत बताया जाता रहा है, लेकिन खुद सरकार के पास बेरोजगारों का सही डेटा नहीं है।
  • पिछले दिनों सरकार की ओर से करीब 6 लाख बेरोजगार होने का अनुमान जताया गया था। लेकिन ग्रुप-सी और डी की नौकरियों को लेकर होने वाले कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट के लिए अब तक 7.95 लाख युवा रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। रोजगार पोर्टल पर 8,68,584 युवा रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। सक्षम युवा रोजगार योजना में 3,87,871 रजिस्ट्रेशन हुए हैं।

नई नौकरी मिल नहीं रही, पुरानी जा रहीं

  • विशेषज्ञों का कहना है जब से कोरोना आया, तब से करीब डेढ़ साल में सरकारी नौकरी नाममात्र ही दी गई हैं। वहीं, जो भर्ती प्रक्रिया पहले से चल रही हैं वो भी लटकी हैं। जो परीक्षा होती हैं वो किसी न किसी वजह से रद्द हो जाती हैं। पुरानी नौकरी भी जा रही हैं।
  • युवाओं का कहना है कि पिछले कुछ समय में कई भर्ती रद्द हुई हैं। पीजीटी संस्कृत के 626, पीजीटी अंग्रेजी के 1035 की भर्ती रद्द की गई। जूनियर लेक्चरर सहायक के 61 पदों और आर्ट एंड क्राफ्ट टीचर्स के 816 पदों के लिए भर्ती की भी स्थिति ऐसी ही है।
  • ग्राम सचिव व पुलिस सिपाही की भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने से रद्द की गई। जेबीटी के लिए भर्ती नहीं निकल रही है। ग्रुप-सी व डी को लेकर सीईटी के लिए 4 बार रजिस्ट्रेशन की तारीख बढ़ चुकी है, लेकिन कब टेस्ट होगा, कब नौकरी मिलेंगी, यह नहीं बताया जा रहा।
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