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AFGHANISTAN : एक के ऊपर एक लदे लोग... प्लेन में बैठने के लिए मारामारी...
Paliwalwani
आपने बांग्लादेश से हर साल आने वाली तस्वीरें देखी हैं? जिनमें ट्रेन के भीतर खचाखच भीड़ होती है और लोग डिब्बों से लटके रहते हैं, छतों पर बैठे रहते हैं। कुछ वैसा ही नजारा इन दिनों काबुल एयरपोर्ट पर दिख रहा है। माहौल और मौका, दोनों बांग्लादेश की स्थितियों से कहीं ज्यादा भयावह हैं। तालिबान का कब्जा लगभग पूरे देश पर हो चुका है। बचने के लिए एयरपोर्ट ही एक आसरा है। नतीजा, हर कोई एयरपोर्ट पहुंच गया। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि एक वक्त तो एयरपोर्ट पर पांव रखने की जगह नहीं थी।
इन लोगों की मदद के लिए कोई एजेंसी या संस्था मौजूद नहीं है। उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। मानव इतिहास की एक बड़ी त्रासदी हम अपनी आंखों से घटते देख रहे हैं और तालिबान के आगे सरकारों ने जैसे घुटने टेक दिए हैं। करीब 20 साल बाद, अफगानिस्तान की कमान तालिबान के हाथ में आ चुकी है। लोग बस किसी तरह उस हुकूमत से बच निकलना चाहते हैं जिसने उन्हें आतंक के खौफनाक चेहरे से रूबरू कराया। अफगानी जनता उन दिनों को फिर से नहीं जीना चाहती। यही वजह है कि जब तालिबान का कब्जा बढ़ा तो जो निकल सकते थे, उन्होंने सामान बांधना शुरू कर दिया। पिछले कुछ दिनों से पलायन का दौर जारी है।