मध्य प्रदेश

कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आने से किसी को घबराने की जरूरत नहीं : कलेक्टर पुरुषोत्तम कुमार

जगदीश राठौर
कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आने से किसी को घबराने की जरूरत नहीं : कलेक्टर पुरुषोत्तम कुमार
कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आने से किसी को घबराने की जरूरत नहीं : कलेक्टर पुरुषोत्तम कुमार

रतलाम. मध्य प्रदेश में कोरोना की तेजगति के बाद लगी लगाम पर डेल्टा वेरिएंट पानी फेरते नजर आए. राज्य में अब रोज डेल्टा प्लस की चर्चा होने से सरकार एक बार फिर गंभीर मुद्रा में अलर्ट हो गई. कोरोना संक्रमण कीर रफ्तार थमने के बाद राहत की सांस ले रहे स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं. रतलाम जिले से कोरोना के डेल्टा वेरिएंट की जांच के लिए दिल्ली भेजे गए 55 सैंपल में से 20 से अधिक सैंपल की रिपोर्ट में कोरोना का डेल्टा वायरस पाए जाने से हड़कंम की स्थिति निर्मित हो गई. रतलाम के सीएमएचओ डॉक्टर प्रभाकर नानावरे की रिपोर्ट भी डेल्टा पॉजिटिव आई है. डेल्टा वेरिएंट की दस्तक के बाद अब डेल्टा प्लस वेरिएंट के संक्रमण का खतरा रतलाम जिले भी बढ़ गया हैं. कॉलेज में भर्ती कुछ मरीजों में बार-बार बुखार आने और दोबारा कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 55 सैंपल एनसीडीसी दिल्ली में जांच के लिए भेजे गए थे. उनमें से 20 से अधिक सैंपल में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि हुई हैं. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रभाकर नानावरे मई 2021 के महीने में कोरोना संक्रमित हो गए थे. तीन दिन पहले आई रिपोर्ट में डॉक्टर प्रभाकर नानावरे सैंपल में भी डेल्टा वैरीअंट होने की पुष्टि हुई है. उसके बाद स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है. वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रतलाम की स्थिति चिंताजनक ना हो इसलिए क्राइसिस समिति की बैठक कभी भी हो सकती हैं.

● लॉकडाउन नहीं : कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के 21 मामले सामने आए हैं. कलेक्टर पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि किसी को भी इससे घबराने की जरूरत नहीं है. सोशल मीडिया पर चल रहीं रतलाम में लॉकडाउन की खबरों पर कलेक्टर पुरुषोत्तम कुमार ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि इस तरह खबरें भ्रामक हैं साथ ही उन्होंने पुलिस अ‍धीक्षक से इस तरह की भ्रामक खबरें फैलाने वालों के खिलाफ धारा 188 के तहत मामला दर्ज करवाने को कहा है. दुनिया के 80 देशों में डेल्टा वायरस पाया गया है- हालांकि यह पिछले वायरस की तुलना में ज्यादा संक्रामक है. कुमार ने कहा कि ऐसी कोई विषम परिस्थिति नहीं हैं कि कड़े कदम उठाए जाएं. उन्होंने लोगों से कोविड नियमों का पालन करने और मास्क लगाने की भी अपील की.

● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क-जगदीश राठौर...✍️

 

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