मध्य प्रदेश
प्रदेश में शुरू होगा ऊर्जा साक्षरता अभियान: मंत्री डंग ने दी जानकारी
Paliwalwaniभोपाल । नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग ने बताया कि ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के दुष्प्र भावों से निपटने के लिए प्रदेश में 'ऊर्जा साक्षरता अभियान' चलाया जायेगा। इसमें कक्षा 8वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं और नागरिकों को ऊर्जा साक्षर बनाया जायेगा। इससे ऊर्जा के साथ पर्यावरण संरक्षण भी होगा जो भावी पीढ़ी के साथ समस्त मानव जाति के लिए लाभदायक होगा।
मंत्री श्री डंग ने यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में आज भोपाल में आयोजित नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान और मंत्री श्री डंग ने 1500 मेगावॉट की आगर- शाजापुर-नीमच सोलर पार्क के चयानित विकासकों को "लेटर ऑफ अवार्ड" (LOA) सौंपे। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री ने बताया कि 550 मेगावॉट क्षमता की आगर सोलर पार्क की दोनों यूनिट के लिये 12 जुलाई 2021 को हुई रिवर्स बिडिंग में 200 मेगावॉट की पहली यूनिट के लिये अवाडा पॉवर से रूपये 2.459 और 350 मेगावॉट की दूसरी यूनिट के लिये रूपये 2.444 की न्यूनतम दर बीमपॉव एनर्जी से मिली। सोलर पार्क 1100 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित किया जायेगा।
इसी तरह 450 मेगावॉट की शाजापुर परियोजना की 3 यूनिट के लिये 28 जून 2021 को हुई रिवर्स बिडिंग में पहली और दूसरी यूनिट के लिये एनटीपीसी एनर्जी द्वारा क्रमश: 2 रूपये 35 पैसे और 2 रूपये 33 पैसे प्रति यूनिट और तीसरी यूनिट के लिये तलेटटुताई सोलर प्रोजेक्ट द्वारा रूपये 2.339 की न्यूनतम दरें प्राप्त हुई।
पाँच सौ मेगावॉट के नीमच सोलर पार्क की तीनों यूनिट में से क्रमश: 160 मेगावॉट की पहली यूनिट के लिये टीपी सौर्या लिमिटेड मुम्बई द्वारा रूपये 2.149 प्रति यूनिट 170 मेगावॉट की दूसरी यूनिट के लिये टीपी सौर्या लिमिटेड द्वारा रूपये 2.14 और 170 मेगावॉट की तीसरी यूनिट के लिये दुबई की अल जोमेह एनर्जी एंड वॉटर कंपनी द्वारा 2 रूपये 15 पैसे प्रति यूनिट की दर से देश में सबसे कम दरें प्राप्त हुई।
श्री डंग ने कहा कि आगर-शाजापुर-नीमच सोलर पार्क मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मार्ग दर्शन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2022 तक देश की कुल नवकरणीय ऊर्जा क्षमता को 175 गीगावॉट लक्ष्य हासिल करने की ओर एक कदम है। परियोजना स्थापना के दौरान लगभग 7500 और परियोजना संचालन में लगभग 1500 से 1600 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा। सौर पार्कों की स्थापना से प्रदेश को सस्ती और पर्यावरण मित्र बिजली मिलेगी।