मध्य प्रदेश
सीधी पेशाब कांड के बाद छतरपुर में पत्रकार मिन्टू दुवे के ऊपर पेशाब करने का मामला हुआ उजागर
Paliwalwani- टीआई कमलेश साहू ने मुंह पर जूतों से पीटा.
- मुंह पर की पेशाब.
- फिर लगाई फर्जी लूट.
- पीड़ित की बहन ने लगाए गंभीर आरोप
- शिवराज सिंह सीएम हाउस में पत्रकार के क्या धोएंगे पांव?
छतरपुर :
मप्र में आगामी विधानसभा चुनाव का बिगुल फुंक चुका है और राजनैतिक दलों के द्वारा प्रचार प्रसार भी शुरु कर दिया है। परंतु शिवराज सरकार में बैठे अधिकारी और कर्मचारी लगातार सरकार की छवि को धूमिल करने में उतारू हैं। सीधी जिले में आदिवासी के ऊपर पेशाब करने का मामला अभी ठंडा पड़ा ही था कि आज एक पत्रकार के ऊपर लूट का झूठा मुकदमा दर्ज कर सिविल लाइन थाने में उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की गई और यही नहीं थाना प्रभारी के द्वारा लॉकअप में बंद कर उसके सिर पर पेशाब किए जाने के गंभीर आरोप पत्रकार मिंटू दुबे की बहन सुनीता तिवारी ने पुलिस अधीक्षक के सामने लगाए। इस अवसर पर जिले के सभी पत्रकार मौजूद थे। पुलिस अधीक्षक ने 48 घंटे में जांच करने के आदेश छतरपुर के नए सीएसपी रत्नेश तोमर को दिए।
गौरतलब हो कि सिविल लाइन थाना के अंतर्गत 10 दिन पहले सिविल लाइन पुलिस के द्वारा लूट का खुलासा कर दो युवकों को गिरफ्तार किया था। जिसमें मिंटू दुबे पत्रकार को भी आरोपी बनाया था। परंतु जब वास्तविकता सामने आई तो पुलिस के द्वारा द्वेष भावना से मिंटू पत्रकार के ऊपर लूट का मुकदमा कायम किया गया है।
मिंटू दुबे की बहन ने आज मीडिया में बयान दिए हैं कि उसके भाई के साथ पुलिस के द्वारा दुव्यर्वहार किया गया है और थाने में उसके सिर के ऊपर पेशाब की गई है। यह सब थाना प्रभारी कमलेश साहू के द्वारा किया गया। वहीं दूसरी ओर देर रात्रि को शिवम कुशवाहा नाम युवक को सिविल लाइन पुलिस के द्वारा उठाए जाने को लेकर पन्ना नाके पर चक्काजाम किया गया। सिविल लाइन पुलिस के द्वारा लगातार की जा रही अवैधानिक कार्यवाही से जन आक्रोश भडक़ रहा है। परंतु पुलिस अपनी छवि सुधारने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है