इंदौर
इंदौर जिले के सभी प्रायवेट चिकित्सालयों, पेथॉलाजी एवं डायगनोस्टिक सेंटर्स के कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से लगेंगे बुस्टर डोज
Paliwalwaniकोविड 19 वैक्सीनेशन का बूस्टर डोज चेक करने के लिये अधिकारियों की लगाई गई ड्यूटी
इंदौर : कोविड 19 की तीसरी लहर एवं ओमिक्रॉन वायरस से बचाव के लिये इंदौर जिले के सभी प्रायवेट चिकित्सालयों/पेथॉलाजी एवं डायगनोस्टिक सेन्टर्स में कार्यरत फ्रंटलाईन तथा हेल्थकेयर वर्कर्स, डॉक्टर्स, पेरामेडिकल स्टॉफ, एवं अन्य कर्मचारियों को कोविड 19 वेक्सीनेशन का बुस्टर डोज अनिवार्य रूप से लगाया जायेगा। जिले में बुस्टर डोज लगाने का कार्य सुचारू रूप से जारी है। यह देखने में आ रहा है कि निजी चिकित्सा संस्थानों में कार्यरत फ्रंटलाईन एवं हेल्थकेयर वर्कर्स, डॉक्टर्स, पेरामेडिकल स्टॉफ एवं अन्य कर्मचारियों द्वारा कोविड 19 वेक्सीन का तीसरा बूस्टर डोज नहीं लगवाया जा रहा है। कलेक्टर श्री मनीष सिंह निर्देश दिये है कि जिन वर्कर्स और कर्मचारियों को दूसरे डोज के पश्चात बुस्टर डोज लगाने की अवधि पूरी हो गई है, वे शीघ्र बुस्टर डोज लगवायें।
समस्त निजी चिकित्सालयों संस्थानों / अस्पतालों / डायग्नोस्टिक सेन्टर्स / पेथॉलाजी के संचालकों / प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने संस्थान में समस्त कर्मचारियों को कोविड 19 का तीसरा डोज लगवाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बुस्टर डोज लगाने के कार्य की मॉनिटरिंग के लिये शासकीय विभागों में पदस्थ अधिकारियों की अस्पतालवार ड्यूटी लगाई है। उक्त अधिकारी उन्हें आवंटित अस्पतालों में जाकर जांच करेंगे। उक्त अधिकारी अस्पतालों में कार्यरत समस्त हेल्थ केयर वर्कर एवं चिकित्सकों की सूची प्राप्त करेंगें। साथ ही ऑउटसोर्स के तहत संलग्न कर्मचारियों की भी सूची प्राप्त करेंगे, जिन्हें अस्पताल से भुगतान किया जा रहा है। इन सभी हेल्थ केयर वर्कर जिसमें ऑउटसोर्स कर्मचारी भी सम्मिलित है के संबंध में तीसरे डोज के वेक्सीनेशन सर्टिफिकेट प्राप्त करेंगे ताकि यह पुष्टि हो सके कि कितने हेल्थ वर्कर द्वारा तीसरा डोज लगवा लिया है। वे यह भी सूची तैयार करेंगे कि किन-किन हेल्थ वर्कर द्वारा तीसरा डोज वेक्सीनेशन सर्टिफिकेट नहीं प्राप्त किया है। अस्पताल प्रबंधन से यह लिखित में प्राप्त करेंगे कि वे कब तक शेष बचे कर्मचारियों का तीसरा डोज वेक्सीनेशन लगवाकर उसका सर्टिफिकेट संबंधित शासकीय अधिकारी को उपलब्ध कराएगें । बड़े अस्पतालों जैसे- अरविन्दों, इण्डेक्स आदि जहां हेल्थवर्कर अधिक संख्या में है वहां भी जिला स्तर अधिकारी, अपने अधिनस्थ स्टॉफ कर्मचारी को लेकर जाएगें। उक्त जानकारी निर्धारित प्रारूप में एकत्र करेंगे।