इंदौर
संजा प्रतियोगिता का परिणाम घोषित
Anil Bagoraदेपालपुर : सामाजिक संस्कृतिक की धरोहर को सरोकर रखने की परिकल्पना को साकार करते हुए संजा प्रतियोगिता आयोजित की गई.,गोबर से संजा की अंतिम आकृति यानि किलाकोट बनाने की प्रतियोगिता थी. 21 प्रविष्टियां आई थी, उसके परिणाम तीन निर्णायकों ने ऑनलाइन तैयार कर भेजे. चूंकि अलग-अलग स्थलों से परिणाम भी अलग- अलग ही आते हैं. जिसमें कुछ आकृति के परिणाम लगभग स्पष्ट हो जाते हैं. पहले तीन निर्णायकों ने परिणाम घोषित करते हुए विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएं दी.
1. नारायणी माया बदेका बेंगलोर कर्नाटक (उज्जैन)
2. करुणा प्रजापति संचालिका इंदौर
3. सुषमा दुबे इंदौर (मालवी बोली विशेषज्ञ)
इन तीन निर्णायकों के अंकों का तालमेल कर मुख्य परिणाम घोषित करने में अहम रोल डॉ. शशि निगम (मालवी बोली पर डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त सेवानिवृत्त प्राचार्य) इंदौर इनके आधार पर निम्न परिणाम प्राप्त हुए हैं. संजा के साथ नाम भी प्रेषित किये जा रहे है। (विशेष-कुछ प्रतियोगी कुमारिकाओं ने किला कोट की बजाय मांडणे बना दिये, कुछ ने फूल बना दिए, जबकि किलकोट को बनाना था. जिन्होंने किलकोट बनाये वे ही प्रतियोगिता में स्थान बना पाए. परिणाम कुल 7 संजा में एक प्रथम, एक द्वितीय, 2 तृतीय व 3 सांत्वना पुरस्कार के लिए चयनित की गई. कुल 7 संजा एक साथ पोस्ट की जा रही हैं. अखिल मालव लोक साहित्य सांस्कृतिक मंच एवम शिक्षक परिवार की ओर से आयोजित स्पर्धा डॉ. विनोद वर्मा अध्यक्ष ने पालीवाल वाणी को जानकारी दी. उन्होंने आगे बताया कि कई तरहा की प्रतियोगिता आयोजित कर समय-समय पर प्रोत्साहित करने की सतत् प्रकिया जारी रहेगी.