इंदौर
कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान : शिवाजी महाराज नहीं होते तो मैं कैलाश की जगह कलीमुद्दीन होता
sunil paliwal-Anil Bagora
इंदौर. मध्यप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में शिवाजी जयंती (Shivaji Jayanti) पर आयोजित कार्यक्रम में बड़ा बयान दिया है. मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि प्रदेश का मालवा क्षेत्र शिवाजी के कारण ही मुगलों के आतंक से बचा रहा. उन्होंने कहा कि यदि शिवाजी महाराज नहीं होते तो उनका नाम कैलाश की जगह कलीमुद्दीन होता.
कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान की हर तरफ चर्चा हो रही है. दरअसल, इंदौर के नेहरू स्टेडियम स्थित शिवाजी प्रतिमा स्थल पर शहर के कई सामाजिक व राजनीतिक संगठनों के लोग और राजनेता माल्यार्पण करने पहुंचे थे. यहां शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पहार चढ़ाने के बाद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने संबोधित करते हुए कहा कि मुगलों का आतंक किसी से छिपा नहीं है. मुगलों ने देश के कई हिस्सों में आक्रमण किए और हिंदू परिवारों पर कई अत्याचार किए, लेकिन मालवा और उसके आसपास के क्षेत्रों में मुगल प्रवेश भी नहीं कर पाए.
इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यदि शिवाजी महाराज नहीं होते तो उनका नाम कैलाश की जगह कलीमुद्दीन होता. न्होंने कहा कि मालवा क्षेत्र की रक्षा मराठा शासकों ने की. मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने शिवाजी महाराज के अद्वितीय योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका साहस और संघर्ष ही था, जिसके कारण भारत के कई हिस्सों में मुगलों की दखलंदाजी रुक पाई. विजयवर्गीय ने शिवाजी महाराज की वीरता और उनके योगदान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया, और उनके आदर्शों को जीवित रखने की अपील की.