इंदौर

Jain wani : नगर में आ रहे हैं श्रमण संस्कृति के श्रेष्ठ अतिथि मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज

राजेश जैन दद्दू
Jain wani : नगर में आ रहे हैं श्रमण संस्कृति के श्रेष्ठ अतिथि मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज
Jain wani : नगर में आ रहे हैं श्रमण संस्कृति के श्रेष्ठ अतिथि मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज

डॉ. जैनेंद्र जैन

इंदौर. चर्या शिरोमणि आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के सुशिष्य श्रुत संवेगी मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज ससंघ श्रमण संस्कृति के श्रेष्ठ अतिथि के रूप में भोपाल से पद विहार करते हुए इंदौर आ रहे हैं. मुनि श्री की रविवार 16 फरवरी 2025 को मोदी जी की नसिया बड़ा गणपति पर प्रात : 8.00 बजे सकल दिगंबर जैन समाज भव्य अगवानी करेगा एवं वहां से मुनि श्री शोभायात्रा के साथ चलकर पंच बालयति पार्शवनाथ दिगंबर जैन मंदिर अंजनी नगर मैं मंगल प्रवेश करेंगे.

मुनिश्री आदित्य सागर जी प्रखर प्रवचनकार होने के साथ-साथ मोटिवेशनल स्पीकर भी है और उनके प्रेरक एवं प्रेरणादाई प्रवचन जन सामान्य के साथ-साथ युवाओं को विशेष रूप से आकर्षित एवं प्रभावित करते हैं. एमबीए तक शिक्षित संस्कारधानी जबलपुर में जन्मे 40 वर्षीय मुनि श्री बहुभाषा विद हैं और हिंदी ,अंग्रेजी, संस्कृत,प्राकृत, कन्नड़, अपभ्रंश, तमिल, तुरु, हाडे कन्नड़ एवं ब्राह्मी आदि भाषाओं के ज्ञाता हैं.

धर्म, समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया कि मुनि श्री 1 वर्ष 8 माह बाद इंदौर आ रहे हैं. वर्ष 2022 में आपने इंदौर में चातुर्मास कर महिती धर्म प्रभावना की थी और आपके सानिध्य में नगर में 11 पंचकल्याणक प्रतिष्ठायें भी संपन्न हुई थी. मुनि श्री के सानिध्य में अभी तक 99 पंचकल्याणक प्रतिष्ठा  महोत्सव संपन्न हो चुके हैं और सौ वां पंच कल्याणक भी इस बार आपके सानिध्य में दिनांक 21 से 25 फरवरी 2025 तक पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर अंजनी नगर इंदौर में संपन्न होगा.

आदित्य सागर जी का इंदौर प्रवास आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज का अप्रैल माह में सुमति धाम गोधा स्टेट में होने वाला विशाल एवं ऐतिहासिक पट्टाचार्य पदारोहण महोत्सव के निमित्त हुआ है. महोत्सव के अंतर्गत होने वाले समस्त कार्यक्रम आपके निर्देशन में ही संपन्न होंगे.

महोत्सव में 450 से (अधिक मुनि, आर्यिका एवं देशभर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे. मुनिश्री के संघ में इंदौर नगर गौरव मुनिश्री अप्रमित सागर जी, मुनि श्री सहज सागर जी, मुनिश्री  आराध्य सागर जी एवं क्षुल्लक श्रेयश सागर जी हैं. 

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News