इंदौर
Indore news : सड़कों पर भाजपा पार्षद महेश चौधरी को लेकर नाराजगी : लगे तेरी गुंडागर्दी नहीं चलेगी के नारे
paliwalwaniगड्ढे बने भाजपा पार्षद की परेशानी
इंदौर मेट्रो
इंदौर. शहर के पश्चिम क्षेत्र में स्थित वार्ड क्रमांक 1 में रविवार का दिन गहमा-गहमी का रहा। इसी वार्ड से पार्षद महेश चौधरी के वार्ड के गड्ढे, महेश चौधरी की परेशानी का कारण बने। रविवार को सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए। जिसमें सड़कों पर जनसैलाब पार्षद महेश चौधरी को लेकर नारेबाजी करता दिखा। जिसमें युवकों के साथ महिलाएं भी शामिल हैं। जो तख्तियां लेकर चौधरी का विरोध करती नजर आई।
वीडियो में एक जगह पर बड़ी संख्या में लोग जमा होते दिखे। वहां पुलिस भी बंदोबस्त में व्यवस्था संभालती दिखी। हालांकि वीडियो में दिख रहा वो दृश्य कहां का है। इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। पार्षद महेश चौधरी को लेकर जहां से विरोध की शुरूआत हुई है। बताते हैं कि यहां से ही बीजेपी ने कैलाश विजयवर्गीय के जरिए एक सम्मेलन आयोजित किया था। जहां चौधरी ने अपना बखान भी किया था और अपनी पार्टी और अपने कार्यों की खूब ढींगे हांकी थी।
इसके बाद इसी आयोजन स्थल से कुछ तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए जो उस दृश्य के विपरित हालातों को दर्शा रहे हैं। महेश चौधरी इस मामले में पूरी तरह घिर गए है। ऐसे में पूर्व में यहां कांग्रेस से पार्षद रहीं गोलू अग्निहोत्री की पत्नी प्रीति अग्निहोत्री को हमलावर होने का मौका मिल गया है। कहते हैं राजनीति में मौके बार-बार नहीं मिलते और खासकर इस तरह के मौके जो बैठे-बैठाए दूसरे पक्ष को राजनीति करने का मौका देते हैं। ऐसे में ये मौका कांग्रेस व उसी क्षेत्र से अग्निहोत्री परिवार के लिए सोने पे सुहागा है।
बता दें कि अग्निहोत्री परिवार के कामकाज को लेकर जारी एंटी इनकम्बेंसी को लेकर बीजेपी ने महेश चौधरी के जरिए खूब राजनीति खेली थी। जिसके बाद बदले हालातों ने महेश चौधरी को वहां का बीजेपी की ओर से पार्षद बना दिया। पर अब हालात उसी दौर में पहुंच गए है, जिस दौर में अग्निहोत्री परिवार यहां से चुनाव हारा था। तो क्या इस पूरे वाकये से ये समझा जाएं कि अब महेश चौधरी भी इसी राह पर चल निकले हैं। जिस पर अग्निहोत्री परिवार चलकर अपनी सीट खो बैठा था।
अगर वाकय में ऐसा हुआ तो बीजेपी के लिए आने वाले समय में यहां से महेश चौधरी या अन्य किसी उम्मीदवार के जरिए सीट निकाल पाना मुश्किल होगा। पार्षद के खिलाफ आक्रोश को देखते हुए चंदन नगर पुलिस ने भी मोर्चा संभाला। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं ने यात्रा के रूप में आक्रोश रैली निकाली।
जिसमें कई महिलाएं तख्तियां लेकर पार्षद के खिलाफ आक्रोश जताते हुए चली। वहीं रैली में शामिल युवकों ने पार्षद तेरी गुंडागर्दी नहीं चलेगी के नारे लगाए। इस दौरान माहौल गहमा-गहमी का रहा। बता दें कि पार्षद महेश चौधरी पहली बार वार्ड क्रमांक एक से पार्षद बने हैं। ऐसे में पार्षद कार्यकाल खत्म होने से पहले महेश चौधरी को लेकर बना ये माहौल उनके खिलाफ सड़कों पर नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है।
इधर इस मामले में महेश चौधरी जो वार्ड क्रमांक एक से पार्षद है। उनके दूरभाष नंबर 9926276777 पर कई बार सम्पर्क कर मामले की जानकारी लेना चाहिए, पर चौधरी ने फोन नहीं उठाया। महेश चौधरी को लेकर आखिर ये पूरा मामला माजरा क्या है। ये तो वायरल वीडियो से समझा जा सकता है। वैसे ये पहली बार नहीं, जब महेश चौधरी सुर्खियों में हैं। इससे पहले सीएम के कार्यक्रम के दौरान सिरपुर तालाब परिसर में चौधरी सीएम के नजदीक जाने के दौरान सुरक्षाकर्मियों की चपेट में आ गए थे और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें उठाकर एक ओर तरफ कर दिया था। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
महेश चौधरी का ये मामला उससे अलग है, लेकिन जुदा नहीं है। वीडियो में नजर आ रही भीड़ और महिलाओं के हाथ में तख्तियां इस बात की साफ गवाह है कि महेश चौधरी क्षेत्र में काम करने में नाकाम साबित हो रहे हैं। ऐसे में उनका विरोध अब सड़कों पर शुरू हो चुका है। लंबे समय बाद भाजपा के किसी पार्षद को लेकर इस तरह का विरोध शहर में देखने को मिला है। जिस वार्ड में प्रदर्शन हुआ है।
वो वार्ड बीजेपी के हाथ में महेश चौधरी के जरिए आया है। पर अब बदलते इन हालातों से लगता है कि ये एक बार फिर बीजेपी के हाथ से फिसल सकता है और वापस कांग्रेस वापसी कर सकती है। महेश चौधरी पर पक्षपात के आरोप भी लगते रहे हैं। बता दें कि चौधरी को लेकर इस तरह की चर्चा भी है कि वो अपने समर्थकों और निजी संबंधों के अलावा किसी का काम नहीं करते हैं।
संभवत ये उसी का नतीजा है कि पार्षद कार्यकाल के पांच साल पूर्ण होने से पहले ही शहर के 85 वार्डों में प्रथम वार्ड क्रमांक 1 में इस तरह का प्रदर्शन चौधरी को लेकर देखने को मिला है। वायरल वीडियो में जिस तरह से पार्षद महेश चौधरी को लेकर नारेबाजी हुई। उससे एक बात तो साफ है कि महेश चौधरी पर वसूली के आरोप भी जनता खुलकर लगा रही है। तो क्या चौधरी वाकयी में इस तरह का काम कर रहे हैं। इसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।