इंदौर
इंदौर घराने के मूर्धन्य गायक उस्ताद अमीर खाँ की स्मृति में तीन दिवसीय प्रतिष्ठा प्रसंग “राग अमीर’’ हुआ प्रारंभ
Anil bagora, Sunil paliwalइंदौर : मध्य प्रदेश के शहर इंदौर घराने के मूर्धन्य गायक उस्ताद अमीर खाँ की स्मृति में आयोजित तीन दिवसीय संगीत समारोह “राग अमीर“- 2022 का आज पर्यटन, संस्कृति और अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने शुभारंभ किया. उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी द्वारा हर वर्ष इंदौर में इसका आयोजन किया जाता है. यह तीन दिवसीय संगीत समारोह 23 जनवरी 2002 तक चलेगा. समारोह में देश के प्रख्यात संगीत कलाकार अपनी सुर साधना की प्रस्तुतियां देंगे.
इस समारोह के शुभारंभ अवसर पर उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक श्री जयंत माधव भिसे, उस्ताद अमीर खां परिवार के श्री शाहबाज खान, उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के उप निदेशक श्री राहुल रस्तोगी विशेष रूप से मौजूद थे. शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुये सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि उस्ताद अलाउद्दीन खां ने अपनी कला साधना के माध्यम से इंदौर की नयी पहचान स्थापित की है. वे महान सुर साधक थे. उन्होंने इंदौर घराने की विशिष्ट पहचान बनायी. उनकी स्मृति में आयोजित होने वाला यह समारोह इंदौर की आन-बान शान का आयोजन है. सुश्री ठाकुर ने कहा कि राज्य शासन के संस्कृति विभाग द्वारा कला एवं संस्कृति को नयी ऊंचाईयों तक ले जाने के प्रयास किये जा रहे है. उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव का जिक्र करते हुये कहा कि सभी नागरिक इस आयोजन में सहभागी बने. वे राष्ट्र के सजग प्रहरी बने और राष्ट्र की स्वतंत्रता को हर हाल में कायम रखें। सुश्री ठाकुर ने कलाकारों का स्वागत भी किया. कार्यक्रम के प्रारंभ में उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के उप निदेशक श्री राहुल रस्तोगी ने स्वागत भाषण दिया.
समारोह के पहले दिन आज ग्वालियर घराने की प्रतिष्ठित शास्त्रीय गायिका सुश्री शोभा चौधरी का गायन एक सुरमयी और यादगार प्रस्तुति के रूप में हुआ. समारोह में दर्शकों के लिए प्रवेश निःशुल्क रहेगा और कोविड के आवश्यक नियमों का पालन किया जाएगा.
उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक श्री जयंत माधव भिसे ने पालीवाल वाणी को बताया कि समारोह में नवाचार को दृष्टिगत रखते हुए रंग अमीर-राष्ट्रीय ललित कला प्रदर्शनी का आयोजन स्थानीय प्रीतमलाल दुआ कला वीथिका में किया जा रहा है. इसके अंतर्गत देशभर से आमंत्रित चित्रकारों की कलाकृति को प्रदर्शित किया जायेगा. प्रदर्शनी के लिए देश के करीब करीब सभी राज्यों से कलाकारों ने अपनी प्रविष्टियाँ भेजी है. मध्यप्रदेश के साथ ही दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, पंजाब, उत्तरप्रदेश, असम, बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, गुजरात, राजस्थान इत्यादि प्रदेशों से करीब 110 कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है, जिसमें चित्रकला, शिल्प, ड्रॉइंग, ग्राफिक्स, मिक्समिडियम इत्यादि माध्यम की कृतियाँ प्रदर्शित है. इस राष्ट्रीय प्रदर्शनी में समकालीन कला के साथ परम्परागत कला, लोक कला आदिवासी कला की भी कलाकृतियाँ समाहित है. चित्र प्रदर्शनी 25 जनवरी 2022 तक दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक दर्शकों के अवलोकन के लिए खुली रहेगी.