इंदौर
पुजारी से पहले भक्त खोल देते हैं मंदिर के पट : नवनिर्मित मंदिर में विराजित श्री बड़े रणजीत हनुमान के दर्शनों लिए उमड़ा भक्तो का जन सैलाब
sunil paliwal-Anil paliwalसमाजवाद नगर में हुआ श्री बड़े रणजीत हनुमान का अखण्ड भंडारा
- वर्षों पहले मराठी शैली में बना हुआ था मंदिर, भक्तो ने चंदा कर दिया मंदिर को नया स्वरूप
- 8 हजार से अधिक भक्तों ने ग्रहण की महाप्रसादी, अंतिम भक्त आने तक जारी रहा भंडारा
- रोशनी से नहाया श्री बड़े रणजीत का दरबार, फूल बंगला सजा, फूलों की खुशबू से महका मंदिर परिसर
- समाजवाद नगर की मातृशक्तियों ने दी भंडारे में अपनी सेवाऐं, आम से लेकर खास ने दिया भंडारे में सहयोग
इंदौर :
समाजवाद नगर स्थित श्री बड़े रणजीत हनुमान का तीन दिवसीय हनुमान जन्मोत्सव का समापन शनिवार को विशाल अखंड भंडारे के साथ हुआ। तीन दिवसीय महोत्सव की शुरूआत 6 अप्रैल हनुमान जन्मोत्सव के साथ हुई। प्रथम दिन भक्त मंडल द्वारा अभिषेक, पूजन, श्रृंगार व हनुमान चालीसा व सुंदरकांड का पाठ किया गया।
वहीं दुसरे दिन भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसिद्ध भजन गायकों द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी गई। भजन संध्या रात 8 बजे से प्रारंभ होकर मध्यरात्री तक चली। श्री बड़े रणजीत हनुमान भक्त मंडल ने बताया कि शनिवार को श्री बड़े रणजीत हनुमान का अखंड भंडारा हुआ। जिसमें 8 हजार से अधिक भक्तों ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। भंडारे की शुरूआत भक्त मंडल द्वारा श्री बड़े रणजीत हनुमान को भोग लगाकर की। इसके पश्चात आम से लेकर खास ने पंगत में बैठकर प्रसादी ग्रहण की। श्री बडे रणजीत हनुमान के इस अखंड भंडारे की खास बात यह रही है कि यहां युवाओं के साथ-साथ महिलाओं, युवतियों व बच्चों ने भी परोसगारी की। श्री बड़े रणजीत हनुमान का यह अंखड भंडारा शाम 7 बजे से प्रारंभ होकर अंतिम भक्त आने तक जारी रहा। भंडारे में पूड़ी, रामभाजी, नुकती सहित अन्य पकवान भक्तों को परोसे गए।
भक्तों की आस्था पड़ी भारी
शाम 6 बजे हुई जोरदार बारिश ने भंडारे में विध्न जरूर डाला लेकिन भक्तों की आस्था व श्रद्धा इस पर भारी पड़ी। रात 8 बजे मौसम खुलते ही भंडारा प्रारंभ हुआ जो निरंतर मध्यरात्रि तक जारी रहा। भंडारे में संत-महात्माओं के साथ ही शहर के धार्मिक, सामाजिक व राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़े कई गणमान्य नागरिकों ने अपनी हाजरी श्री बडे रणजीत के दरबार में लगाई।
रोशनी से नहाया बड़े रणजीत का दरबार
तीन दिवसीय हनुमान जन्मोत्सव से जारी महोत्सव के तहत पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक विद्युत सज्जा कर सजाया गया था। वहीं मंदिर के मुख्य मार्ग को भगवामय किया गया था जो यहां आने वाले भक्तों को आकर्षित कर रहा था।
यह है मंदिर का इतिहास
समाजवाद नगर में बने इस नवनिर्मित श्री बड़े रणजीत हनुमान मंदिर का अपना अलग ही इतिहास है। यह अती प्राचीन मंदिर है जिसका जीर्णोद्धार यहां रहवासियों के सहयोग के साथ ही बच्चों द्वारा जमा की गई पॉकेट मनी से हुआ है। मंदिर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान भी बड़े स्तर पर आयोजित किए जाते हैं। सालों पहले इस मंदिर की प्रतिष्ठा सकाराम गंगाराम मतकर ने की थी। उस समय यह मंदिर मराठी शैली में बना हुआ था। 36 बाय 110 वर्गफीट में बने मंदिर में श्री बड़े रणजीत हनुमान मंदिर के साथ ही शिव परिवार के दर्शन भी यहां भक्तों को करने को मिलते हैं। राम दरबार, राधा-कृष्ण और लक्ष्मी नारायण की मनोहारी मूर्तियां भी यहां मौजूद है।
यहां की मान्यता
समाजवाद नगर स्थित श्री बड़े रणजीत हनुमान मंदिर की मान्यता है कि यहां रणजीतेश्वर महादेव भक्त को जीत का आशीर्वाद देते हैं। शत्रु पर जीत की कामना से यहां भक्त भगवान का आशीष लेने आते हैं। कोई पांच, कोई 11 तो कोई 21 सोमवार को भगवान के दर्शन-पूजन का संकल्प लेता है। सावन मास में भगवान के अभिषेक-पूजन का क्रम सतत चलता है। यहां आने वाले हर शिव भक्त की मनोकामना भी रणजीतेश्वर महादेव पूरी करते हैं।
पुजारी से पहले भक्त खोलते हैं मंदिर के पट
शहर का एकमात्र मंदिर समाजवाद क यह ऐसा हैं जहां पुजारी के आने से पहले ही भक्त मंदिर के पट खोल देते हैं। समाजवाद नगर में बने इस नवनिर्मित श्री बड़े रणजीत हनुमान पर भक्तों की अटूट आस्था व श्रद्धा है। सुबह से ही भक्त यहां मंदिर की साफ-सफाई के साथ ही भगवान को नवीन वस्त्र धारण कर श्रृंगार कर देते है।