इंदौर

सोशल मीडिया पर लगा अंकुश : पालीवाल समाज आया एक्शन मोड़ में : विरोध भी शुरू...

sunil paliwal-Anil paliwal
सोशल मीडिया पर लगा अंकुश : पालीवाल समाज आया एक्शन मोड़ में : विरोध भी शुरू...
सोशल मीडिया पर लगा अंकुश : पालीवाल समाज आया एक्शन मोड़ में : विरोध भी शुरू...

इंदौर : पालीवाल ब्राह्मण समाज 44 श्रेणी इंदौर की दिनांक 5 जून 2022 रविवार को साधारण सभा संपन्न हुई. कहने को तो साधारण सभा संपन्न हुई, लेकिन आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार शुरू हुआ...साधारण सभा की चर्चा सोशल मीडिया में धमाल मचाने लगी और एक दुसरे पर प्याज की तरहा छिलके निकाले जाने की चर्चा गंभीर मोड़ पर आ गई. जब किसी को कुछ समझ में नहीं आया तो उन्हें तत्काल प्रभाव से सोशल मीडिया के ग्रुपों पर एक्शन लेकर अंकुश लगाए जाने का फतवा जारी कर दिया. 

साधारण सभा में कुछ बिंदुओं पर आम राय नहीं बन पाई. इसी को लेकर तर्क-वितर्क होने लगे. यह बात सामाजिक पटल पर होती तो अति उत्तम होता. उसमें समाज के सदस्य अपनी बात कहा पाते. लेकिन नाराजगी जाहिर करने का एक तरीका सोशल मीडिया का वॉट्शॉप ग्रुप एक जरिया है. जब अंकुश लगाए जाने की बात समाने आई. तो नाराज गुट ने अपना कठोर रवैया अपनाते हुए विरोध कर दिया. समर्थन में अनेक सामाजिक ग्रुपों से जूड़े समाजसेवी भी मैदान में कुद पड़े. अब देखना यह है कि मामला की तह तक जाता हैं. निरीक्षण समिति के द्वारा लिए गये निर्णय पर समाज सदस्यों ने स्वागत योग्य कदम बताया जा रहा है, वहीं अन्य साथियों ने बेतुका निर्णय बताते हुए विरोध का बिगुल फुंक दिया.

समाज की साधारण सभा के बाद कल दिनांक 6 जून 2022 सोमवार को समाज भवन में निरीक्षण मंड़ल की एक अति महत्वपूर्ण बैठक आहुत की गई. निरीक्षण मंडल सदस्य ओर मंत्री श्री लक्ष्मीनारायण बागोरा ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि कल की बैठक में सर्वश्री तत्तकालीन अध्यक्ष एवं भवन मंत्री गोपीलाल व्यास, नियुक्त निरीक्षण मंडल में उदयशंकर व्यास, लक्ष्मीनारायण व्यास, मंत्री लक्ष्मीनारायण बागोरा, कोषमंत्री रेवाशंकर पुरोहित, शिक्षा मंत्री अनिल दवे, की मौजूदगी में अति महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया. आज दिनांक से चुनाव होने तक पालीवाल ब्राह्मण समाज 44 श्रेणी की मान मर्यादा (आन, बान, शान) को ध्यान में रखते हुए, समाज की प्रबंध कार्यकारिणी के किसी भी सदस्य ओर समाज की संस्था के खिलाफ किसी भी समाज सदस्य या गेर सदस्य द्वारा अभद्र अनुशासनहीनता, टीका/टिप्पणी की जाती हैं, तो उस सदस्य के विरुद्ध अनुशासनात्मक की कडी़ कार्यवाही अतिआवश्यक रूप से की जाएगी.  

होने वाली समस्त वैंधानिक कार्यवाही का समाज सदस्य स्वयं जिम्मेदार होगा. यह निर्णय समाज के सभी समूह (ग्रुप) संचालित के साथ ही सदस्यों के लिए अवलोकनार्थ और पालनार्थ हेतु प्रेषित हैं. समाज के किसी भी सदस्य को कोई भी (समाज मर्यादा भंग) शिकायत होतो वह लिखित रूप से समाज कार्यालय में आकर दे सकते हैं. किसी भी सदस्य के द्वारा अनगर्ल टीका/टीप्पणी व्हाट्सएप बाजी कर समाज की गौरवशाली संस्कार और छवि को धूमिल करने का किसी को कोई अधिकार नहीं हैं, और किसी भी प्रकार से बर्दाश्त नहीं की जाएगी. निरीक्षण मंडल एवं मंत्री की अनुमति के बिना किसी भी प्रकार से समाज की सूचना भी प्रेषित नहीं की जायेगी.  

पूर्व कार्यकारिणी सदस्य ने ली गहरी आपत्ती

पालीवाल ब्राह्मण समाज 44 श्रेणी इंदौर के पूर्व कार्यकारिणी सदस्य श्री नारायण दवे ने कहा कि सोशल मिडिया पर अनुशासित होकर अपने विचार व्यक्त करना एवंम वास्तविकता ओर सच्चाई को रखना कोई अपराध नहीं हैं. मै इस प्रकार के प्रतिबंध का विरोध और निंदा करता हूं. निरिक्षण कमेटी के दो महानुभाव कल तक यह शिकवा/शिकायत कर रहे थे कि कार्यकारिणी हमें उचित स्थान ओर सम्मान नही दे रही हैं. मैने स्वयं कल की साधारण सभा में उनके ही निर्देश पर उनके पत्राचार का वाचन किया हैं. ओर आज...? कार्यकारिणी भंग कर दी गई, तो आज निर्णय में नाम क्यां दिये जा रहें हैं. माननीय श्री पुरुषोत्तम जी पुरोहित निरिक्षण कमेटी सदस्य अनुपस्थित रहे हैं. मंत्री महोदय और कोष मंत्री को चुनाव संबधी कार्यों का तथा अति आवश्यक कार्य के निष्पादन का सिमित अधिकार दिया गया है, न कि किसी प्रकार के अन्य निर्णय लेने का...? तो फिर इस तरह के आदेश का क्या तुक हैं...?

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