इंदौर
छठ पूजा आयोजन समितियों ने जिला प्रशासन से सार्वजनिक छठ पूजा आयोजन करने की मांग की : चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत 8 नवंबर से
Paliwalwaniइंदौर : शहर के दर्जनों छठ महापर्व आयोजन समितियों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर श्री जगदीश सिंह, महासचिव के.के. झा, सचिव अजय झा एवं अन्य पदाधिकारियों के नेतृत्व में आज इंदौर कलेक्टर कार्यालय पहुँच कर डिप्टी कलेक्टर श्री पवन जैन के कार्यालय में कलेक्टर श्री मनीष सिंह के नाम एक ज्ञापन पत्र सौंपकर इस वर्ष आगामी 10 एवं 11 नवंबर 2021 को होने वाले छठ महापर्व के सार्वजनिक आयोजन हेतु आधिकारिक स्वीकृति देने का विशेष आग्रह किया गया.
पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के अध्यक्ष ठाकुर श्री जगदीश सिंह तथा महासचिव श्री के.के. झा ने पालीवाल वाणी को जानकारी देते हुए कहा कि पिछले दो वर्षों से कोविड-19 वैश्विक कोरोना महामारी के कारण शहर में बसर करने वाले पूर्वोत्तर समाज के हजारों परिवारों ने संस्थान के आग्रह एवं लोगों के स्वास्थ्य को दृष्टिगोचर रखते हुए अपने अपने घरों में कृत्रिम जल कुंड बनाकर ही छठ पूजा का आयोजन किया था. इस वर्ष शहर में कोरोना की स्थिति की बेहतर देखते हुए संस्थान ने पूर्वोत्तर समाज के धार्मिक भावनाओं एवं उनकी आस्था को ध्यान में रखते हुए, जिला प प्रशासन से आग्रह किया है कि शहर में रह रहे, हजारों पूर्वोत्तर समाज के धर्मावलम्बियों को शहर के सभी 85 वार्डों में सार्वजानिक एवं कृत्रिम जलाशयों में छठ महापर्व आयोजन करने की यथाशीघ्र अनुमति प्रदान की जाए. जिससे कि समाज जन आयोजन से 10 दिन पूर्व छठ घाटों की खरना से पहले छठ पूजा की तैयारी पूर्ण कर सकें.
छठ पूजा के आयोजन हेतु स्वीकृति देने के साथ साथ संस्थान ने जिला प्रशासन एवं नगर निगम से शहर के विभिन्न सार्वजानिक छठ घाटों के साफ़ सफाई, विद्युत् सज्जा एवं जल कुंड में जल भरवाने का भी नगर निगम के माध्यम से आग्रह किया हैं. प्रतिनिधिमंडल में शहर के विभिन्न छठ पूजा आयोजन समितियों के पदाधिकारीगण, विशेष रूप से सर्वश्री टी एन झा, बटेश्वर सिंह, विनोद पांडे आदि उपस्थित थे. उक्त जानकारी पत्रकार श्री कमलेश श्रीवंश एडीटर इन चीफ ने पालीवाल वाणी को दी.
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चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत 8 नवंबर से
इस वर्ष चार दिवसीय छठ महापर्व का आयोजन अगले महीने 8 नवंबर 2021 को नहाय-खाय से होगा. नहाय खाय के दिन पूरे घर की साफ-सफाई की जाती है और स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लिया जाता है. 9 नवंबर को खरना का आयोजन होगा. 2021 से किया जाएगा. इस दिन महिलाएं पूरे दिन व्रत रखती हैं और शाम को मिट्टी के चूल्हे पर गुड़ वाली खीर का प्रसाद बनाती हैं और फिर सूर्य देव की पूजा करने के बाद महाप्रसाद ग्रहण किया जाता है. 10 नवंबर को छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे. छठ महापर्व का समापन 11 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न होगा.