इंदौर
सीएम की दौड़ में आगे : संघ को लेकर बड़ा बयान : मैं इतना बूढ़ा नहीं कि चुनाव नहीं लड़ सकूं : कैलाश विजयवर्गीय
Paliwalwaniइंदौर :
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ और उससे बाहर होकर गृहमंत्री अमित शाह की टीम में पांच राज्यों के चुनाव की कमान संभालने की चर्चाओं के बीच भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय गुरुवार को दैनिक भास्कर इंदौर के कार्यालय पहुंचे।
2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों और खुद के चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कई खुलासे किए। कहा, अभी इतना बूढ़ा नहीं हुआ कि चुनाव नहीं लड़ सकूं। पार्टी कहीं से भी कहेगी मैं चुनाव लड़ने को तैयार हूं। विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय के चुनाव लड़ने की अटकलों पर भी खुलकर चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा की इस मामले में कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। आरोपी पर एनएसए लगा दिया है। मकान बुलडोजर से उड़ा दिया है। अब ऐसी कोई संभावना नहीं बची है जहां अपराधी को सरंक्षण दिया गया है। सरकार इस विषय पर बहुत संवेदनशील है और सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। मैं मुख्यमंत्री जी की इस पर प्रशंसा करता हुं।
मैं चुनाव लड़ने के बारे में अब नहीं सोचता हूं। मेरी उम्र भी निकल गई है। वैसे भी मेरे पास पार्टी की बहुत जिम्मेदारियां हैं। लेकिन पार्टी आदेश देगी तो चुनाव जरूर लड़ूंगा। अभी इतना बुढ़ा भी नहीं हुआ हूं। कहीं से भी लड़ सकता हूं। जहां से पार्टी टिकट देगी वहां से लड़ लेंगे।
पूरी बातें बकवास है। संघ कभी सर्वे नहीं कराता। संघ का अपना ही नेटवर्क इतना बड़ा है कि उनके पास स्वंयसेवकों की फौज है। हम उनसे समय-समय पर इनपुट लेते रहते हैं। इसलिए संघ को प्रोफेशनल सर्वे कराने की जरूरत नहीं पड़ती। संघ राजनीति में कभी भी इस तरह का हस्तक्षेप नहीं करता। हां कुछ विषय ऐसे रहते हैं जिसमें लगता है की आइडियोलॉजी के लिए हमें बात करना चाहिए तो बात करते हैं। लेकिन चुनाव, उम्मीदवार और राजनीतिक दल की हार-जीत पर संघ कोई चिंता नहीं करता। संघ के सर्वे की खबरें कहां से आती हैं, कैसे बनती हैं कैसे समाचार पत्र में छपती हैं, यह देखकर मुझे बड़ा आश्चर्य होता है।