दिल्ली
जातिगत जनगणना कोई रामबाण नहीं : मांग करने से कांग्रेस पार्टी को कोई फायदा नहीं : पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा
paliwalwani
नई दिल्ली. पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को जातिगत जनगणना के मुद्दे पर पत्र लिखा है और इस पर सवाल उठाया है. आनंद शर्मा ने अपने पत्र में लिखा है जातिगत जनगणना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की विरासत का अपमान है. आनंद शर्मा ने यह भी लिखा है कि जातिगत जनगणना कोई रामबाण नहीं, इसकी मांग करने से पार्टी को कोई फायदा नहीं हो सकता बल्कि यह कांग्रेस की विचारधारा के उलट है.
साफ शब्दों में जातिगत जनगणना की मांग का विरोध किया
आनंद शर्मा ने मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र में लिखा कि कांग्रेस पार्टी कभी भी जातीय पहचान की राजनीति करने के लिए नहीं जानी गई. उन्होंने खरगे को पत्र लिखकर साफ शब्दों में जातिगत जनगणना की मांग का विरोध किया. आनंद शर्मा ने अपने पत्र में इंदिरा गांधी के दौर में कांग्रेस के प्रचार अभियान में इस्तेमाल किये जाने वाले नारे का भी उल्लेख किया है. आनंद शर्मा ने लिखा है- इंदिरा गांधी ने कभी नारा दिया था- जात पर पात पर मुहर लगेगी हाथ पर.
राहुल गांधी के चुनावी अभियान पर ही नया सवाल
आनंद शर्मा कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. वो पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने अपने इस पत्र के माध्यम से एक तरह से पार्टी सांसद राहुल गांधी के चुनावी अभियान पर ही नया सवाल खड़ा कर दिया है. इस प्रकार कांग्रेस पार्टी के भीतर ही जातिगत जगनणना को लेकर मतभेद पैदा हो गया है. राहुल गांधी पिछले काफी समय से जातिगत जनगणना की मांग करते रहे हैं. हाल के समय में बिहार में जातिगत जनगणना हुई थी. उन्होंने इसे देश भर में कराने की मांग की है.
कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव में दी है गारंटी
लोकसभा चुनाव 2024 का प्रचार अभियान चरम पर है. कांग्रेस पार्टी अपनी खोई जमीन हासिल करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है. कांग्रेस ने अपने प्रचार अभियान में जातिगत जनगणना कराने की मांग की है. कांग्रेस ने इस मांग को हिस्सेदारी न्याय के तहत रखा है. कांग्रेस ने गारंटी दी है कि उसकी पार्टी अगर सरकार में आती है तो जातिगत जनगणना के साथ ही आरक्षण की 50 फीसदी सीमा को भी खत्म किया जाएगा.