दिल्ली
उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA के खिलाफ इंडिया गठबंधन उतारेगा उम्मीदवार
paliwalwani
नई दिल्ली. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद चुनाव आयोग ने नौ सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कराने का ऐलान किया है. उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही एनडीए और इंडिया गठबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है.
हाल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में एनडीए के घटक दलों की बैठक हुई. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार चयन करने के लिए अधिकृत किया गया है. भाजपा की ओर से कहा गया है कि 12 अगस्त 2025 से पहले उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा.
इस बीच, इंडिया गठबंधन ने भी ऐलान किया है कि इंडिया गठबंधन संयुक्त रूप से उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार उतारेगा. इस बाबत कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इंडिया ब्लॉक के विभिन्न घटक दलों और नेताओं के साथ बातचीत शुरू की है और विपक्षी पार्टियों के साथ उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है.
इंडिया गठबंधन के नेताओं का मानना है कि उपराष्ट्रपति चुनाव का परिणाम चाहे जो भी हो, एक मजबूत राजनीतिक संदेश देने की जरूरत है और इसके लिए चुनाव लड़ना जरूरी है.
हालांकि उम्मीदवार को लेकर अभी औपचारिक रूप से घटक दलों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन संभावित उम्मीदवारों के नामों पर सहयोगियों के बीच गुप्त बातचीत चल रही है. कांग्रेस के कांग्रेस मल्लिकार्जुन खरगे आम सहमति बनाने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं से संपर्क कर रहे हैं. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि घटक दलों के बीच इस बात पर आम सहमति है कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एक गठबंधन एक संयुक्त उम्मीदवार उतारेगा.
हालांकि, विपक्षी नेताओं का कहना है कि भाजपा जब अपने उम्मीदवार की घोषणा कर देती है. उसके बाद इंडिया ब्लॉक को अपना उम्मीदवार तय करना चाहिए. उपराष्ट्रपति का चुनाव ऐसे समय में हो रहा है, जबकि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण और कथित चुनावी धांधली के खिलाफ इंडिया गठबंधन की पार्टियां एकजुट हुई हैं.
इंडिया गठबंधन के शीर्ष नेताओं की कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर एक रात्रिभोज बैठक हुई और भाजपा-चुनाव आयोग के “वोट चोरी मॉडल” और बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया गया.
दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की प्रभावी सदस्य संख्या 781 है और उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत के लिए उम्मीदवार को 391 वोट प्राप्त करने होंगे. उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों के साथ-साथ मनोनीत सदस्य भी मतदान करते हैं.
दोनों सदनों में एनडीए के सदस्यों की संख्या 422 है और बहुमत हासिल करने के लिए यह पर्याप्त है. इस तरह से चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार की जीत तय है, लेकिन इंडिया गठबंधन की ओर से राजनीतिक संदेश देने के लिए उम्मीदवार उतारने की तैयारी की जा रही है.