दिल्ली
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर 19 मार्च को धरती पर वापस लौटेंगे
paliwalwani
नई दिल्ली. अंतरिक्ष में आठ महीने का लंबा समय बिताने के बाद, नासा की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का मिशन मार्च में समाप्त होने जा रहा है. उनके साथ अंतरिक्ष में मौज़ूद साथी यात्री बुच विलमोरे ने मीडिया से खास बातचीत में बताया कि Crew-10 मिशन 12 मार्च 2025 को पृथ्वी से लॉन्च होगा और ये अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए छह महीने के मिशन के लिए डॉक करेगा.
एक तरफ अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स जहां पर धरती पर वापसी को लेकर उत्साहित हैं वहीं दूसरी तरफ उनके सामने एक और समस्या खड़ी होने वाली है. पिछले कई महीनों से सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर के धरती पर लौटने का इंतजार हो रहा है.
Crew-10 मिशन 12 मार्च 2025 को पृथ्वी से लॉन्च होगा : वह घड़ी जैसे- जैसे नजदीक आ रही है लोगों में उत्साह बढ़ता जा रहा है. अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर करीब 8 महीने गुजारने के बाद विलियम्स को धरती पर इन दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. उनके साथ अंतरिक्ष में मौज़ूद साथी यात्री बुच विलमोरे ने मीडिया से खास बातचीत में बताया कि Crew-10 मिशन 12 मार्च 2025 को पृथ्वी से लॉन्च होगा और ये अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए छह महीने के मिशन के लिए डॉक करेगा.
फिलहाल सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष प्रयोगशाला की कमांडर हैं और उनका काम एक नए अंतरिक्ष स्टेशन कमांडर को सौंपा जाएगा. यह हस्तांतरण एक सप्ताह के भीतर संपन्न होगा, जिसके बाद ये दोनों अंतरिक्ष यात्री उस ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सवार होंगे. जो उन्हें पृथ्वी पर वापस लाएगा. ड्रैगन यान में वो 19 मार्च 2025 को धरती पर वापस लौटेंगे.
तालमेल बैठाने की चुनौती : धरती पर लौटने के बाद सुनीता विलियम्स के सामने सबसे बड़ी चुनौती पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति से दोबारा तालमेल बैठाने की होगी. सुनीता को खुद को इसमें ढालना काफी मुश्किल होगा. उन्होंने माइक्रोग्रैविटी में आठ महीने से अधिक समय बिताया है, वापसी के बाद वो महत्वपूर्ण शारीरिक परिवर्तनों का अनुभव करेंगी उनके शरीर के लिए गुरुत्वाकर्षण का असर एक झटके जैसा होगा.