अपराध
20 कैदी फरार : पैरोल पर छूटे फरार कैदियों की तलाश कर उन्हें फिर से सलाखों के पीछे भेजेगी : जांच जारी
Paliwalwaniजबलपुर : जबलपुर नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल से पैरोल पर छूटे 20 कैदी फरार हो चुके हैं. जिनकी तलाश अब जबलपुर पुलिस की टीम कर रही है. जिसको लेकर जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने एक टीम का गठन किया है. जोकि इन पैरोल पर छूटे फरार कैदियों की तलाश कर उन्हें फिर से सलाखों के पीछे भेजेगी.
यहां जानिए क्या होती है..! पेरोल : पैरोल का अर्थ है, किसी अपराधी द्वारा खुद के द्वारा किये गए किसी गुनाह की सजा का जेल में एक बड़ा भाग काटने के बाद, अच्छे आचरण की वजह उसे जेल से अस्थायी रूप से लिए मुक्त किया जाना. यह समय एक निश्चित अवधि के लिए होता है, जिसे कुछ समय के लिए कोर्ट में एक एप्लीकेशन दे कर इसकी अवधि को आगे और लम्बा भी किया जा सकता है. पैरोल किसी भी तरह के अपराधी को मिल सकती है. अगर कोर्ट में केस चल रहा है. तो सिर्फ वह कोर्ट में अपील करने पर ऊपर की कोर्ट ही पैरोल दे सकती है. लेकिन अगर अभियुकत को सजा मिल चुकि है. तो प्रशासन व जेल अध्यछ भी पेरोल दे सकते हैं. पैरोल मिलन जितना कठिन है. उससे कहीं ज्यादा कठिन है. पैरोल और इसके नियम व शर्तों का पालन करना.
भारत की न्याय व्यवस्था में मुख्य रूप से दो प्रकार की पैरोल का वर्णन किया गया है : कस्टडी पैरोल, रेगुलर पैरोल
पैरोल मिलने के लिए कानूनी नियम व शर्तें : पूर्ण और असाध्य अंधापन : यदि कोई कैदी जेल में गंभीर रूप से बीमार है, और जेल से बाहर आने पर ही उसकी सेहत में सुधार संभव हो सकता है. यही फेफड़े के गंभीर क्षयरोग से पीड़ित रोगी को भी पैरोल प्रदान की जाती है, तो यह रोग कैदी को उसके द्वारा किए अपराध को आगे कर पाने के लिए अक्षम बना देता है, इस रोग से पीड़ित वह कैदी उस तरह का अपराध दोबारा नहीं कर सकता, जिसके लिए उसे सजा मिली है.
यदि कैदी मानसिक रूप से अस्थिर है, और उसे अस्पताल में इलाज की बहुत जरूरत है : जबलपुर एडिशनल एसपी गोपाल खांडेल ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल से पैरोल पर छूटे 20 कैदी फरार हो चुके हैं जिन को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया गया है और वह टीम इन फरार कैदियों की पतासाजी करते हुए गिरफ्तार करेगी और फिर से जेल में इन कैदियों को भेजा जाएगा.
गोपाल खांडेल एडिशनल एसपी : सेंट्रल जेल से 20 कैदियों की लिस्ट प्राप्त हुई है जो की पैरोल में छुटने के बाद फरार हो गए हैं उनकी पतासाजी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम का गठन किया गया है, जोकि इन फरार कैदियों की तलाश करेगी.