भोपाल
टीचर ने हथेली पर लिखी आत्महत्या की कहानी : पति के फोटो पर लिखा, मैं बेवफा नहीं हूं
Paliwalwaniभोपाल : (शब्बीर अहमद...) राजधानी भोपाल में महिला टीचर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। महिला ने फांसी लगाने से पहले हथेली पर आत्महत्या का कारण लिखी। महिला टीचर ने मरने से पहले हथेली पर लिखा-मैं अपनी मर्जी से जान दे रही हूं। मम्मी-पापा, भैया सॉरी..मेरा मंगल मेरी जान ले गया। साथ ही पति के फोटो पर लिखा कि- मैं बेवफा नहीं हूं। इसके बाद टीचर ने फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त पर ली। पुलिस अब मौत की वजह के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। मैं बेवफा नहीं हूं.
मृतक महिला टीचर का नाम इंदु साहू है। महिला की शादी तीन साल पहले ही हुई थी। मूल रुप से गैरतगंज, रायसेन की रहने वाली थी। इंदू की शादी तीन साल पहले भोपाल के छोला इलाके में रहने वाले सुभाष नाम के शख्स से हुई थी। इंदु सरकारी स्कूल में गेस्ट टीचर थी जबकि उसका पति सुभाष एक संगीत टीचर है। इंदु के फांसी के फंदे पर लटके होने की सूचना गुरुवार को पति सुभाष ने ही पुलिस को दी थी।
इधर मृतिका का परिवार दोपह भोपाल पहुंचे। इंदू के भाई प्रदीप साहू ने बताया कि बहन को जिस कमरे में सुसाइड करना बता रहे हैं, उसका ससुर इमरत लाल उसी कमरे के पास बैठा था। ऐसा कैसे हो सकता है कि उसे पता ही नहीं चला। भाई ने बहन की हत्या का आरोप लगाया, जबकि पिता ने कहा कि दामाद बेटी के चरित्र पर शंका कर ब्लैकमेल करता था। मेरी बहन को मारा गया है।
परिवार वालों ने दामाद पर लगाए गंभीर आरोप
वहीं इंदु के पिता ने कहा कि सुभाष इंदु के चरित्र पर शक करता था और उसे प्रताड़ित करने के साथ ही ब्लैकमेल भी करता था। पिता ने आगे बताया कि उन्होंने इंदु की शादी में 16 तोला सोने के जेवरात बेटी-दामाद को दिए थे। इस बात का पूरा ख्याल रखते थे कि दामाद सुभाष और बेटी इंदु को कोई कमी न आए। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद सुभाष बेटी के चरित्र पर शक करते हुए उसे परेशान करता था। उनका ये भी आरोप है कि ससुरावालों ने ही इंदु के हाथ पर झूठी बातें लिखी हैं उसके गले में चोट का निशान है जिससे लग रहा है कि उन्होंने ही बेटी को मारा है