भोपाल
लाड़ली बहनों का 23 वीं किस्त पर नया अपडेट, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का कटाक्ष
paliwalwani
भोपाल. मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की करोड़ों बहनों के लिए अच्छी खबर है. योजना की 23 वीं किस्त के 1250 रुपए पर नया अपडेट आया है. सीएम डॉ. मोहन यादव 16 अप्रैल 2025 बुधवार को मण्डला जिले के ग्राम टिकरवारा से लाड़ली बहना योजना की लाभार्थी महिलाओं को वर्तमान अप्रैल माह की मासिक सहायता राशि का अंतरण करेंगे.
हर माह की 10 तारीख को योजना की किस्त जारी होती है, त्यौहारों और विशेष अवसर को देखते हुए तय तारीख से पहले भी राशि भेज दी जाती है, लेकिन इस बार तय तारीख निकलने के बाद भी पैसे नहीं मिले है. पहले खबर आई थी कि 12 अप्रैल 2025 को हनुमान जयंती या फिर 13 अप्रैल 2025 को गृहमंत्री अमित शाह के एमपी आने पर राज्य की मोहन यादव सरकार 23 वीं किस्त जारी करेगी, लेकिन अब खबर आ रही है कि 16 अप्रैल 2025 को किस्त जारी होगी.
- हर महीने मिलते है 1250 रुपए : लाड़ली बहना योजना पिछली शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा मई 2023 में शुरू की गई थी. लाड़ली बहना योजना का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनके जीवन को बेहतर बनाना है. इस योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाओं को 1000 रुपए देने का फैसला किया गया था और फिर इसकी पहली किस्त 10 जून को जारी की गई थी.
इसके बाद रक्षाबंधन 2023 पर राशि को बढ़ाकर 1250 रुपए कर दिया गया था. अब इस योजना के तहत 1250 रुपए महीना के हिसाब से महिलाओं को सालाना 15,000 रुपये मिलते हैं. लाड़ली बहनों को जून 2023 से मार्च 2025 तक मासिक आर्थिक सहायता राशि की कुल 22 किश्तों का अंतरण किया गया है. इसके अतिरिक्त माह अगस्त 2023 एवं 2024 में (कुल 2 बार) लाभार्थी महिलाओं को 250 रुपये की राशि की विशेष आर्थिक सहायता का भी अंतरण किया गया.
जीतू पटवारी बोले- बहनों के खाते में पैसा नहीं आया
भोपाल. मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना योजना की इस माह की किस्त नहीं मिलने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार पर सीधा हमला बोला है. उन्होंने योजना की विश्वसनीयता और सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को सोशल मीडिया पर घेरा. पटवारी ने लाभार्थियों की आयु सीमा घटाने और योजना की राशि 3000 करने की मांग भी दोहराई.
जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए लिखा कि इस बार 10 तारीख को लाड़ली बहनों के खाते में पैसा नहीं आया, जबकि पहले बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर इस दिन का प्रचार किया जाता था. उन्होंने कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या सरकार की नीयत बदल गई है या फिर बजट की हालत खराब हो गई है? प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने विधानसभा में सरकार की ओर से प्रस्तुत आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि अब तक 15,748 महिलाओं के नाम उनकी मृत्यु के बाद पोर्टल से हटाए जा चुके हैं. इसके अलावा, 60 वर्ष की उम्र पार कर चुकीं 3,19,991 महिलाओं के नाम भी योजना से बाहर कर दिए गए हैं.
आयु सीमा घटाने और राशि 3000 करने की मांग
पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मांग की है कि योजना की पात्रता की आयु सीमा 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष की जाए और अधिकतम आयु 60 की बजाय 65 वर्ष तय की जाए, साथ ही उन्होंने वादा पूरा करने की बात कहते हुए 3000 प्रतिमाह की राशि तत्काल लागू करने की मांग की. कांग्रेस नेता ने भारतीय जनता पार्टी पर वादा निभाने में नाकाम रहने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा ने केवल चुनाव के वक्त झूठे वादे किए थे, लेकिन अब बहनों को उनके हक से वंचित किया जा रहा है.