भोपाल

टिप्पणी से राजनीति में भूचाल : क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस में ‘घर वापसी’ का संकेत...!

Paliwalwani
टिप्पणी से राजनीति में भूचाल : क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस में ‘घर वापसी’ का संकेत...!
टिप्पणी से राजनीति में भूचाल : क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस में ‘घर वापसी’ का संकेत...!

भोपाल : ज्योतिरादित्य सिंधिया जब बीजेपी में गये तो इसे कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा झटका माना गया. ज्योतिरादित्य सिंधिया राहुल गांधी के करीबी थे. सिंधिया के कांग्रेस में जाने के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार भी चली गई. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश पहुंच चुकी है. इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक बयान के बाद कई कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि सिंधिया का बयान घर वापसी का संदेश हो सकता है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का ‘स्वागत’ करने वाली केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की टिप्पणी उनके ‘घर वापसी’ का संकेत हो सकती है.

दरअसल, कांग्रेस की इस यात्रा ने बुधवार सुबह महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश में प्रवेश किया. भाजपा नेता सिंधिया ने इस यात्रा के संदर्भ में उस समय (बुधवार को) कहा था- ‘‘मध्य प्रदेश में सभी का स्वागत है.’’ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) के पूर्व सदस्य सिंधिया ने मार्च, 2020 में पार्टी का साथ छोड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामा था.

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति (एचपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस के प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौड़ ने कहा, ‘‘यह घर वापसी का संकेत हो सकता है.’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हाल में हुए हिमाचाल प्रदेश विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान को बदलाव का संकेत है तथा जनता भाजपा नीत राज्य सरकार से नाखुश है. उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाएगी. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस द्वारा राज्य में कीमतों में वृद्धि, महंगाई और कुशासन आदि का मुद्दा उठाए जाने के बाद पिछले साल विधानसभा की तीन और लोकसभा की एक सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा को मिली हार के साथ ही उनकी हार की पटकथा लिख गयी थी.

यह पूछे जाने पर हिमाचल प्रदेश में पार्टी के सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री कौन होगा, उन्होंने कहा कि राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा यह फैसला पार्टी के विधायक और पार्टी आला कमान करेगी. वहीं विधायकों की खरीद-फरोख्त पर राठौड़ ने कहा, ‘‘ऐसा बिलकुल संभव है, लेकिन हमें अपने सदस्यों की वफादारी पर पूरा भरोसा है.’’ उन्होंने पार्टी के नेताओं से अनुशासित रहने की अपील करते हुए कहा कि आगे तमाम चुनौतियां आने वाली हैं.

फोटो फाईल

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News