कदी तो म्हणेंई दिल ऊँ, कर लिया करो रे आद, आल्तक तो जीवीं रो हूँ, वाट नाळूँ दन- रात। •┄┅_══════_┅┄•अतरा क ई दुनियाँ री, चकाचौंध मा आंधा वेईग्या, नोटा सिवाय क ई नी दिखी रो, अतरा क ई निरमोला वेईग्या। •┄┅_══════_┅┄•आपां लारे मोटा विया रे, अर लारे कीदी भणाई,म्हणें तो सब आद हैं, आप सब भूली ग्यां क ई। •┄┅_══════_┅┄•क ई लारे नी आवें ला, मन करी लो भोळा,मसाणा मा वेरा वेईस, मोटा- मोटा टोळा।•┄┅_══════_┅┄•कोई कंडोई भूखों नी, सब खाई रा दाळ- रोटी, बाकि तो ओ कळजुग हैं, वातां तो वैती रे छोटी- मोटी। •┄┅_══════_┅┄•दिल रेवें जंडो मोटो, अर हाथ रेवें हमेसा खोळा,भगवान विने न्याल करे, भरे हमेसा वंडा झोळा। •┄┅_══════_┅┄•परेम वना क ई कोई नी, थौड़ों परेम रो राखों भर, अठै किराया री झौंपड़ी, ऊपरे असली घर। •┄┅_══════_┅┄•राजन रे चाई रा भाईड़ा, खाली दो मीठा बोल, आई न,नी मल सको तो, कदी कर दो मिस-कोल। कदी कर दो मिस-कोल।। •┄┅_══════_┅┄•राजेन्द्र सनाढ्य राजनव्याख्याता- रा उ मा वि नमाना नि-कोठारिया, जि-राजसमंद(राजस्थान) 99829807774