उत्तर प्रदेश
Uttar Pradesh Assembly Election 2022 : भाजपा में चुनावी जंग : योगी सरकार के तीसरे मंत्री धर्म सिंह सैनी ने दिया इस्तीफा, सपा में जाने की तैयारी
Paliwalwaniउत्तरप्रदेश. उत्तरप्रदेश चुनाव 2022 से पहले योगी सरकार के मंत्रियों के त्यागपत्र देने का सिलसिला आज तीसरे दिन भी जारी रहा। मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी ने आज त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने समाजवादी पार्टी में जाने के संकेत भी दिए हैं। लगातार मंत्रियों के पार्टी छोडऩे के फैसले से भाजपा नेतृत्व सकते है। डैमेज कंट्रोल भी कहीं दिख नहीं रहा है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रिमंडल और भाजपा से त्यागपत्र देकर एक बड़ा झटका दिया था। अगले दिन दूसरे कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने त्यागपत्र देकर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद आज नकुड़ से विधायक डॉ. धर्म सिंह सैनी ने मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है।
बात केवल मंत्रियों की ही नहीं है बल्कि दर्जन भर विधायक भी पार्टी छोड़ चुके हैं या छोडऩे वाले हैं। सीतापुर सदर के विधायक राकेश वर्मा के बागी बनने से शुरु हुआ सिलसिला अभी थमा नहीं है। इनमें स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान और धर्म सिंह कैबिनेट मंत्री हैं। विधायकों में रोशन लाल वर्मा, विनय शाक्य, भगवती प्रसाद सागर, ब्रजेश प्रजापति, राकेश वर्मा, माधुरी वर्मा, जय चौबे, आरके शर्मा, रवींद्र नाथ त्रिपाठी आदि शामिल हैं। ये सभी भाजपा के सिंबल पर वर्ष 2017 में विधायक चुने गए थे। इस चुनाव में भाजपा ने बहुमत हासिल किया था। विधानसभा चुनाव 2022 की घोषणा के बाद से ही दल-बदलने का सिलसिला तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।
ये तीन मंत्री अब तक दे चुके हैं इस्तीफा
1. स्वामी प्रसाद मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य की करें तो वह भाजपा से पडऱौना से विधायक हैं। स्वामी प्रसाद की दिक्कत अपने बेटे उत्कृष्ट मौर्य को टिकट दिलाने को लेकर थी। भाजपा ने वर्ष 2017 के चुनाव में उत्कृष्ट को ऊंचाहार से टिकट दिया था। लेकिन वे सपा के मनोज पांडेय से हार गए। त्यागपत्र के पीछे चर्चा है कि उत्कृष्ट मौर्य को फिर से टिकट देने की मांग भाजपा को स्वीकार नहीं थी। उनकी नाराजगी की यही सबसे बड़ी वजह थी। इनकी बेटी संघमित्र मौर्य बदायूं से भाजपा की सांसद हैं।
2. दारा सिंह चौहान
योगी सरकार में मंत्री रहे दारा सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा पूरे पांच साल अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ा। दारा सिंह चौहान भी बसपा के कद्दावर नेता रहे हैं और पिछले चुनाव में ही भाजपा में आए थे।
3. डॉ. धर्म सिंह सैनी
नकुड़ से वर्ष 2017 में भाजपा से विधायक बने थे। इसके पहले 2012 में बसपा के सिंबल पर चुनाव लड़ कर विधानसभा पहुंचे थे। स्वामी प्रसाद मौर्य के खास लोगों में शुमार किए जाते हैं।