उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश की शहजादी को UAE में 24 घंटे के भीतर फांसी वाली खबरें गलत
paliwalwani
उत्तर प्रदेश. सूत्रों के मुताबिक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में विभिन्न आरोपों के तहत जेल में बंद भारतीय नागरिक शहजादी (33 वर्षीय) को 24 घंटे के भीतर फांसी दिये जाने संबंधी खबरें गलत हैं, और दूतावास मामले पर लगातार नजर बनाये हुए है. सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी.
इस खतरनाक स्थिति के बीच शाहजादी को आखिरी बार अपने परिवार से बात करने का मौका मिला था. उन्होंने अपने परिवार से कहा कि यह मेरी आप लोगों से आखिरी बातचीत है. सूत्रों के मुताबिक, शहजादी के मामले में ‘समीक्षा याचिका’ दायर की गई है और मामला विचाराधीन है.
शहजादी उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली है. सितंबर 2024 की शुरुआत में शहजादी के पिता शब्बीर ने बांदा में कहा था कि उनकी बेटी लंबे समय से यूएई की जेल में है और उसने उन्हें फोन करके बताया था कि उसे 20 सितंबर के बाद कभी भी फांसी दी जा सकती है.
शब्बीर ने यह भी कहा था कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ई-मेल भेजकर अपनी बेटी की जान बचाने का अनुरोध किया है. इससे पहले दिन में कुछ खबरों में बताया गया था कि शहजादी को ‘24 घंटे के भीतर फांसी दी जा सकती है.
हालांकि, सूत्रों ने बताया कि इस तरह की खबरें, सरासर ‘गलत’ है, जिसमें कहा गया है कि हजादी को 24 घंटे के भीतर फांसी दे दी जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, भारतीय दूतावास ने यूएई अधिकारियों से इसकी पुष्टि की है. सूत्रों ने बताया उसके (शहजादी के) मामले में एक समीक्षा याचिका दायर की गई है और मामला विचाराधीन है. सूत्रों ने बताया कि दूतावास मामले पर नजर बनाये हुए है.
परिवार से की आखिरी बातचीत : 16 फरवरी को शाहजादी ने अपने परिवार से अंतिम बार बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें अलग रखा गया है. जेल के कप्तान से जानकारी मिली है कि सजा अब कभी भी पूरी हो सकती है. यह कहते हुए शाहजादी बुरी तरह से रोने लगी. उसने कहा कि यह मेरा आखिरी कॉल है. कृपया मुझे माफ करना मैं आपके लिए कुछ नहीं कर सकी.
बेटी के साथ भावुक कर देने वाली बातें हुईं. परिवार उसके बाद से ही सदमे में है. मां-बाप बात करने तक की स्थिति में नहीं है. अपने सामने बच्ची को मरते देखना उनके लिए गहरे आघात की तरह से है. अब उनके दुखी माता-पिता ने भारतीय सरकार और राष्ट्रपति से अपील कर रहे हैं कि किसी भी तरह से बेटी की जान बचाई जाए.
शाहजादी का जीवन संघर्ष : शाहजादी का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था. बचपन में ही उनका चेहरा जल गया था, जिससे उनको काफी तकलीफ हुई थी. कोरोना महामारी के दौरान वह बांदा के 'रोटी बैंक' से जुड़ी हुई थीं.
इसी दौरान उन्होंने फेसबुक के माध्यम से आगरा के उजैर नामक एक व्यक्ति से दोस्ती की थी. नवंबर 2021 में उजैर ने शाहजादी को इलाज के लिए दुबई भेजा, जहां उनका संपर्क उसके रिश्तेदारों से हुआ. हालांकि, वहां उनका जीवन बुरी तरह बदल गया.
परिवार की अपील : शाहजादी के पिता शब्बीर खान इस कठिन समय में भारतीय सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनकी बेटी निर्दोष है. उसे गलत आरोपों में फंसाया गया है. परिवार अब इस स्थिति से उबरने के लिए किसी आखिरी प्रयास की उम्मीद कर रहा है, जिससे शाहजादी की जान बच सके.
HighLights
- शाहजादी को अबू धाबी में मौत की सजा मिली है.
- परिवार से आखिरी बार बात कर भावुक हो गईं.
- परिवार शाहजादी के निर्दोष होने का दावा करता है.