उत्तर प्रदेश
मंदिर में शादी कर लड़का पक्ष लड़की को अपनी बहू मानकर घर ले गया : आधी रात प्रेमिका संग पकड़े जाने पर गांव में बवाल
paliwalwani
गोरखपुर. गोरखपुर के एक गांव में आधी रात को बवाल मच गया. हुआ ये कि रात 12. बजे के करीब एक लड़का अपनी प्रेमिका से मिलने चुपके-चुपके उसके कमरे में पहुंच गया. लड़का जब घर में घुस रहा था, तभी गांव के कुछ लोगों ने उसे देख लिया था. उन्होंने पूरे गांव में ये बात फैला दी.
देखते ही देखते लड़की के घर के बाद भीड़ जुट गई. फिर कमरे से दोनों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया. लड़की के घरवालों और गांववालों ने बवाल मचाना शुरू कर दिया. इस दौरान लड़के को पुलिस को सौंपने की बात की जाने लगी तो लड़की सामने आ गई. लड़की ने दो टूक कह दिया कि लड़का मेरी मर्जी से मुझसे मिलने आता है. वह उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने देगी.
लड़की की इस बात पर उसे घरवाले और गांववाले हैरान रह गए, फिर परिवारवालों ने अचानक दोनों की शादी कराने का फैसला कर लिया. वे घर के अंदर से सिंदूर लेकर आए और लड़के से लड़की की मांग भरवा दी. शादी होने के कुछ समय बाद पता चला कि लड़का नाबालिग है.
रात में लड़की और लड़के को लेकर लड़की के परिवारीजन थाने पहुंचे थे. लड़का और उसके परिवार वाले मुकर न जाएं, इसलिए इसकी लिखा-पढ़ी कराने को वे थाने गए थे. गांववालों का कहना है कि रात में थाने में सादे कपड़ों में मिले एक हेड कांस्टेबल ने लड़की और उसके परिवारवालों को फटकार कर थाने से भगा दिया और लड़के को वहीं बैठा दिया.
शनिवार की सुबह फिर दोनों पक्ष थाने पहुंचे. तब लड़के के परिवार जनों ने लड़की को को अपना बहू स्वीकार कर लिया. दोनों पक्षों ने मंदिर में शादी करने की बात पर सुलह समझौता कर लिया. थाने से निकलने के बाद दोनों परिवार की मौजूदगी में उनकी मंदिर में शादी हुई और युवती को लड़का अपने घर ले गया. लड़के के घरवालों ने भी बहू के रूप में युवती को स्वीकार कर लिया.
लड़का गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र का है, जबकि लड़की गुलरिहा क्षेत्र की रहने वाली है. बताया जा रहा है कि लड़के के नाबालिग होने का मामला थाने में ही खुला. लड़की पक्ष समझौते में शादी को लेकर जोर डाल रहा था. उसी समय एक पुलिसवालों ने दोनों की उम्र के बारे में पूछ लिया. लड़की की उम्र उसके घरवालों ने 23 साल बताई तो वहीं लड़के की उम्र घरवालों ने 16 साल बताई. लड़का नाबालिग था, लिहाजा पुलिस ने कहा कि कानूनन ये शादी नहीं हो सकती.
अंत में समझौते में शादी का जिक्र नहीं किया गया. उधर, दोनों परिवारों में तय हुआ कि उम्र कम होने से वह कोट मैरिज भी नहीं कर सकते हैं, ऐसे में मंदिर में शादी कर लड़का पक्ष लड़की को अपनी बहू मानकर घर ले गया.