उत्तर प्रदेश
प्रयागराज में दलित शख्स की हत्या कर शव को जलाया
paliwalwani
प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के करछना क्षेत्र के इटौरा गांव में एक दलित युवक की हत्या कर उसके शव को जलाने की कोशिश की गई. यह अमानवीय घटना शनिवार रात सामने आई जब मृतक की अधजली लाश असौता गांव के एक बाग में मिली. मृतक की पहचान 35 वर्षीय देवी शंकर के रूप में हुई है. वह शनिवार को गांव के ही एक व्यक्ति के घर काम करने गया था, जिसके बाद वह लापता हो गया.
इस जघन्य घटना पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "प्रयागराज में एक प्रभुत्ववादी द्वारा दलित युवक को जिंदा जलाकर मारने का अपराध साबित करता है कि सत्ता के संरक्षण में अपराधियों का हौसला बढ़ा है. बाबासाहेब की जयंती से ठीक पहले हुई यह वारदात एक बीमार सोच और ताकत के घमंड को दर्शाती है.
प्रकरण ने प्रदेश में दलितों की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं. पीड़ित परिवार ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है. पुलिस का कहना है कि जांच तेजी से की जा रही है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
अखिलेश ने सवाल उठाया कि क्या सरकार अब भी ऐसे अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर चलाने का नैतिक साहस दिखा पाएगी?
वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने घटना की निंदा करते हुए कहा, "प्रयागराज के करछना में सामंती तत्वों द्वारा दलित की नृशंस हत्या अति-दुखद और चिन्तनीय है. प्रदेश में बेलगाम होते जा रहे ऐसे आपराधिक तत्वों पर सरकार को सख्त कार्रवाई कर कानून का राज स्थापित करना चाहिए.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव
प्रयागराज में एक प्रभुत्ववादी द्वारा दलित समाज के एक युवक को जिंदा जलाकर मारने का जो जघन्य अपराध हुआ है, उसने साबित कर दिया है कि सत्ता का अपने लोगों को दिया, अवांछित प्रश्रय और अहंकार अब सरेआम हत्यारे तक करवा रहा है. बाबासाहेब की जयंती के पहले ऐसी घटना को अंजाम देकर कुछ शक्तिशाली लोग अपनी ताक़त का जो संदेश समाज को देना चाहते हैं, वो लोग एक बीमार सोच से ग्रसित नकारात्मक और अत्याचारी लोग हैं.
देखते हैं इन दबंग आपराधिक तत्वों के घर पर बुलडोज़र भेजने का नैतिक बल और ऊर्जा किसी में शेष बची है या फिर वो अपराधियों के सामने सरेंडर करके, ठंडे पड़ गये हैं। अगर ‘निंदनीय’ से भी निम्नतर कोई शब्द हो सकता है, तो उसे इस कुकृत्य की निंदा के लिए इस्तेमाल करना चाहिए.