उत्तर प्रदेश
भारत मंदिर में गोवर्धन पुजा के साथ मनाया अन्नकूट महोत्सव
sunil paliwal-Anil paliwalहरिद्वार : जूनापीठाधीश्वर आचार्यमहामण्डलेश्वर श्री अवधेशानन्द गिरि महाराज के पावन सान्निध्य में समन्वय परिवार के सत्यमित्रानंदजी महाराज द्वारा स्थापित विश्व प्रसिद्ध भारत माता मन्दिर हरिद्वार के षष्ठ खण्ड में स्थित श्री विष्णु मंदिर में अहंकार निर्मूलन, प्रकृति- पर्यावरण संरक्षण एवं गौ-वंश संवर्धन के प्रतीक पर्व गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव मनाया गया.
अपने आशीष उद्बोधन में अखिलेशानंदजी महाराज ने ब्रह्मलीन परम श्री सत्यमित्रानंदजी गुरुदेव की चिमन्य - नित्य विद्यमान सत्ता का स्मरण करते हुए कहा कि गुरु-शिष्य, सिद्ध-साधक, भक्त और परमात्मा उभय रूप में एक ही सत्ता है.
"पूज्य आचार्यश्री जी" ने कहा कि विष्णु का अर्थ है - जो सर्वत्र विस्तृत और व्यापक है; जिसमें विस्तार और वैविध्यता है और जो समस्त संसार का पालनकर्ता है, वही परमात्मा है. गाय पृथ्वी का सबसे महत्वपूर्ण प्राणी है, गाय के गोबर में पाई जाने वाली कर्षिणी पर्जन्यों को आकर्षित करती है. गाय के प्रत्येक अंग में देवताओं का वास है. अतः गौ-वंश का सरंक्षण हो. भगवान श्रीकृष्ण के अवतार का मूल उद्देश्य भी यही था.
इस अवसर पर महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी श्री ललितानन्द गिरि जी महाराज, पूज्य स्वामी श्री कैलाशानन्द गिरि जी, पूज्य स्वामी श्री सोमदेव गिरि जी, पूज्य स्वामी श्री नित्यानन्द गिरि जी, पूज्य स्वामी श्री ज्ञानानन्द गिरि जी, भारत माता मंदिर और समन्वय सेवा ट्रस्ट के सचिव श्री आईडी शास्त्री, श्रीमती पूर्णिमा देवी, श्रीमती रश्मिता-अभिजीत चतुर्वेदी, हरिहर जोशी, उदय नारायण पाण्डेय, वेद अध्येता बटुक ब्राह्मण सहित अनेक गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही.