उज्जैन
दो अनोखे वर्ल्ड रिकॉर्ड : चामुंडा माता मंदिर, एक ही बोर्ड पर 51 शक्तिपीठ, 12 ज्योर्तिलिंग, चारों धाम और सात तीर्थ
paliwalwaniउज्जैन :
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित चामुंडा माता मंदिर पर 31 दिसंबर 2023 को एक साथ दो वर्ल्ड रिकॉर्ड बने. एक रिकॉर्ड जरूरतमंदों को बुफे कराने का और दूसरा एक ही बोर्ड पर 51 शक्तिपीठ, 12 ज्योर्तिलिंग, चारों धाम और सात तीर्थ दिखाने का. ये दोनों उपलब्धियां गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गईं. यह दोनों आयोजन मंदिर समिति ने आयोजित किए थे. इससे पहले भी चामुंडा माता मंदिर में एक ही दिन फलाहारी खिचड़ी बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बन चुका है. मंदिर प्रबंधन का कहना है कि इस तरह के आयोजन समाज को एकजुट रहने और अच्छे कर्म करने का संदेश देते हैं.
नए साल के पहले दिन मां चामुंडा का आकर्षक श्रृंगार कर उन्हें छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा. यहां सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक हलवा प्रसादी का वितरण होगा. 2 जनवरी 2024 को भी छप्पन भोग प्रसादी भक्तों के बीच बांटी जाएगी. गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एशिया हेड मनीष विश्नोई ने कहा कि उज्जैन में गजब का नजारा दिखाई दिया. जिन लोगों को भोजन ही नसीब नहीं हो पाता उन हजार लोगों को यहां बुफे लंच कराया गया. मैंने खुद देखा कि खाना जबरदस्त था, लाजवाब था. इसमें पनीर की डिश से लेकर मिठाई तक शामिल थी.
आत्मा तृप्त होती देखी : विश्नोई
विश्नोई ने कहा कि मैंने लोगों के चेहरों पर संतुष्टि और उनकी आत्मा तृप्त होते देखी. मैं घोषणा करता हूं कि यहां इस बुफे का नया विश्व कीर्तिमान बना है. दूसरी ओर, हर आदमी तीर्थ नहीं कर पाता. यहां मां चामुंडा के मंदिर में इसकी व्यवस्था की गई. यह भी अनोखी व्यवस्था है. एक ही जगह सारे तीर्थ स्थलों को शामिल किया गया है. मैंने इस तरह का कोई आयोजन कहीं नहीं और नहीं देखा. मैं उज्जैन के लोगों को दो वर्ल्ड रिकॉर्ड की बधाई देता हूं.
जिले के लिए गौरवशाली पल : शाह
मंदिर समिति की ओर से राजेंद्र शाह ने बताया कि आज उज्जैन को दो वर्ल्ड रिकॉर्ड मिले. यह जिले के लिए गौरवशाली पल है. समिति ने निर्धन एवं वंचितवर्ग के हजारों लोगों को बुफे लंच कराया. इसके अलावा भक्तों के लिए एक ही जगह सारे तीर्थ स्थलों की व्यवस्था की. हम आगे भी इस तरह के आयोजन करते रहेंगे.