धर्मशास्त्र
आचार्य चाणक्य की ये बाते ध्यान रखे बुरे से बुरे हालातों में मुसीबत से बचाएंगी आपको
Paliwalwaniचाणक्य एक ऐसे विद्वान हमारे भारत की धरती पर हो गए, जिनके जैसा दूसरा अभी तक कोई नहीं हुआ| उन्होंने अपने अनुभव और बुध्धि से चाणक्य निति का सर्जन किया था| उनमे जीवन जीने के नियम गहराई से बताये गए है| आज हम आपको इस लेख में चाणक्य निति मेसे ऐसी 5 चीजे बताने वाले है जिनको जान लेने के बाद आप मुसीबत के समय में बाख सकते है और यह आपके काम की बात हो सकती है|
आर्चाय चाणक्य की यह 5 बाते जरुर ध्यान में रखे
- अगर आप बहुत परेशानियों में फंस गए है और उनमे से बाहर निकल सकता है| यह दोनों चीजे व्यक्ति को कभी भी लम्बे समय तक बुरी परिस्थितियो में फंसे रहने नहीं देती|
- किसी भी कार्य को 100% की क्षमता से अगर करना है तो चाणक्य कहते है की उस व्यक्ति का शरीर निरोगी रहना चाहिए| अगर किसी व्यक्ति का शरीर निरोगी होता है तो वह अपने काम में मन लगाकर काम करता है और उसे वह काम में अवश्य सफलता मिलती है| इसीलिए हमें अपने शरीर का अच्छे से खयाल रखना चाहिए|
- आचार्य चाणक्य कहते है की, कभी भी अपनी कमजोरिया किसी कोभी नहीं कहनी चाहिए और अपने राज भी अपने तक ही रखने चाहिए| आज कोई व्यक्ति आपका मित्र है और उसके आपके बारे मे सारी चीज़ो के बारे मे ज्ञान है अगर वह भविष्य में आपका शत्रु बन जाता है तो वह कमजोरियों का फायदा आपके खिलाफ उठा सकता है और आपके राज भी उसके फायदा दिला सकते है|
- बुरे और दुष्ट लोगो पर कभी भी विश्वास नहीं करना चाहिए| अगर ऐसा व्यक्ति आपकी मदद भी करता है तो वह उसके पीछे का मतलब निकालकर करता है| ऐसे लोग अपने फायदे के बिना और कुछ सोच भी नहीं सकते है| अगर आप ऐसे व्यक्ति पर विश्वास करते है तो अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा होता है|
- कभी भी अपने लक्ष्य के बारे मे दुसरो को नहीं बताना चाहिए| इस दुनिया में जलने वाले अधिक लोग है, अगर आप अपना लक्ष्य दुसरो को बता देते है तो वह जलन और ईर्ष्या के कारण आपके रास्ते में बाधा डाल सकते है| अगर आप किसी कार्य में सफल हो जाते है तो सभी लोगो को आपकी सफलता खुद सूचित कर देती है|