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जिस्मफरोशी के दलदल में लिपटी सीतामढ़ी की खौफनाक कहानी
Pushplataसीतामढ़ी: रानी दीदी जबरन कपड़े उतार देती है। धंधा करने को कहती है। ये उस लड़की का दर्द है जिससे जबरन जिस्मफरोशी का धंधा कराया जाता था। बिहार के सीतामढ़ी शहर से सटे रेड लाइट एरिया से पुलिस ने एक नाबालिग लड़की को बरामद की है। वहीं, देह व्यापार के इस धंधे में लिप्त लोग फरार होने में सफल रहे। गुप्त सूचना के आलोक में एसपी के निर्देश पर नगर थाना पुलिस ने गुरुवार की देर रात्रि रेड लाइट एरिया में छापेमारी की। कार्रवाई में लड़की को मुक्त कराया जा सका, पर धंधेबाज पकड़ ने नहीं आ सका। उधर, यह कोई पहली बार नहीं है, जब एक एरिया से किसी लड़की या युवती को मुक्त कराया गया है। हाल में आठ लड़कियों को मुक्त कराने के साथ ही पुलिस ने दर्जन भर लोगों को गिरफ्तार भी की थी।
असम की है बरामद लड़की
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रानी दीदी का खौफ पूरे जिस्मफरोशी के धंधे में चलता है। किसी भी लड़की को वो अपने दहशत से काबू में रखती है। उसका सौदा करती है। उसके लिए ग्राहक तलाशती है। उसके बाद उस लड़की को एक अंधेरे दलदल में धकेल दिया जाता है। जहां जिस्म के भूखे भेड़िये शरीर को नोचते-खसोटते हैं। इस मामले में नगर थाना पुलिस ने धंधेबाज मंजूर खलीफा, उसकी पत्नी रानी खातून और मंजूर का भाई रमजान खलीफा के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है। मंजूर खलीफा का यह पुराना धंधा है। वह जेल की हवा खा चुका है। बताया गया है कि इंस्पेक्टर अरुण कुमार गश्ती पर निकले थे। इसी दौरान उन्हें गुप्त सूचना मिली कि रेड लाइट एरिया में मंजूर खलीफा के घर में उसकी पत्नी और भाई देह व्यापार का धंधा करवा रहे हैं। तीनों धंधेबाज बाहर से लड़की को लाकर अपने घर में रखे हुए है।
पुलिस को मिली सूचना
पुलिस को यह भी सूचना मिली थी कि तीनों धंधेबाज लड़कियों को बाहर भेजने वाले है। इंस्पेक्टर ने वरीय अधिकारी को सूचना दी। फिर छापेमारी की। जैसे ही मंजूर खलीफा के घर के पास पुलिस जीप पहुंची कि एक नाबालिग लड़की दौड़कर पुलिस के जीप के पास आ गयी। उसने रोते हुए बताया कि उक्त घर में उससे जबरन देह व्यापार का धंधा कराया जा रहा है। इसके बाद मंजूर खलीफा के घर में छापेमारी की गई, तब तक सभी धंधेबाज भाग निकले। नाबालिग से पूछताछ करने पर पता चला कि वह असम की रहने वाली है। नाबालिग ने पुलिस को बताया है कि देह व्यापार कराने वाली महिला को लोग रानी दीदी के नाम से बुलाते हैं।
गत माह 8 नाबालिग बरामद
गत माह पुलिस ने उक्त एरिया से 8 नाबालिग को बरामद की थी। साथ ही 8 महिला दलाल एवं दो ग्राहक भी पकड़े गये थे। ध्यान रहे कि "बचपन बचाओ आंदोलन" एनजीओ के केंद्रीय निदेशक मनीष शर्मा ने एसपी एवं डीएम को सूचना दी थी कि रेडलाइट एरिया में कई लड़कियों को बहला- फुसलाकर और फंसा कर लाया गया है। उन लड़कियों से जबरन देह व्यापार कराया जाता है। इस सूचना को एसपी मनोज कुमार तिवारी एवं डीएम मनेश कुमार मीणा ने गंभीरता से लिया था। दोनों ने सदर एसडीओ प्रशांत कुमार एवं डीएसपी राकेश कुमार रंजन के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन की। टीम में नगर थाना, मेहसौल ओपी, डुमरा थाना , पुनौरा थाना की पुलिस शामिल थी।