रतलाम/जावरा

मध्य प्रदेश के नवनियुक्त मुख्य सचिव अनुराग जैन : अधिकारियों का जावरा में रहा, ऐतिहासिक कार्यकाल

जगदीश राठौर
मध्य प्रदेश के नवनियुक्त मुख्य सचिव अनुराग जैन : अधिकारियों का जावरा में रहा, ऐतिहासिक कार्यकाल
मध्य प्रदेश के नवनियुक्त मुख्य सचिव अनुराग जैन : अधिकारियों का जावरा में रहा, ऐतिहासिक कार्यकाल

मध्य प्रदेश के नवनियुक्त मुख्य सचिव अनुराग जैन जावरा में रह 259 दिन अपनी सेवाएं दे चुके, अब तक 66 एसडीएम में 30 आयएएस अधिकारियों का जावरा में रहा, ऐतिहासिक कार्यकाल 

ब्यूरो चीफ जगदीश राठौर M. 9425490641 

रतलाम. मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी तहसील जावरा अनेक विशेषताओं के लिए विख्यात है, जहां राजनीतिक रूप से पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री व मुख्यमंत्री डॉक्टर कैलाश नाथ काटजू व भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व एक ही संसदीय सीट (मंदसौर-जावरा) में आठ मर्तबा चुनाव जीते डॉ. लक्ष्मी नारायण पांडेय, दो मर्तबा के कैबिनेट मंत्री-पूर्व कृषि मंत्री महेंद्र सिंह कालूखेड़ा और पूर्व गृहमंत्री भारत सिंह का नाम गर्व से लिया जाता है.

इधर प्रशासनिक क्षेत्र में जावरा व आलोट अनु विभाग में प्रथम भारतीय प्रशासनिक सेवा (आएएएस) अनुविभागीय अधिकारी के रूप में  विजय शंकर कार्यकाल (27 जून 1966 से 28 जून 1967) की नियुक्ति से लेकर आखिर तक के आयएएस अधिकारियों में हिमांशु प्रजापति (कार्यकाल 18 जुलाई 2021 से 24 जुलाई 2023) की अवधि में कुल 30 आयएएस अधिकारियों ने जावरा व आलोट अनु विभाग में अपनी सेवाएं दी और 36 अनु विभागीय अधिकारी नान आयएएस रहे. 

अनुराग जैन का 259 दिनो का कार्यकाल भी विस्मृत नहीं हो सकता, क्योंकि अयोध्या में विवादित ढांचा गिरने के समय देश व प्रदेश में अनेक जगह कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई थी. जावरा में भी करीब 15 दिनों तक कर्फ्यू लगाया गया था. जावरा जैसे संवेदनशील नगर स्थिति को अनुराग जैन व तात्कालिक भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) प्रमोद श्रीपाद फलणीकर ने अपनी कुशाग्र बुद्धि से हालात को संभाला. 

हालांकि कर्फ्यू के दौरान अनियंत्रित भीड़ को काबू में करने के लिए काफी बल प्रयोग करना पड़ा था. उस समय जावरा शहर थाने पर आर.व्ही. दीक्षित थाना प्रभारी ने कर्फ्यू काल में अनुराग जैन के साथ काम किया था. जावरा में 28 जून1967 से लेकर18 जुलाई 2021 तक की अवधि में जीएस शुक्ला, विनोद वैश्य, आर.हरनदोला, सुदीप बेनर्जी, श्रीमती अनीता दास, शिवराज सिंह, उदय वर्मा, नारायण सिंह, सुश्री स्नेह लता भगत, विजय एस. पाटीदार, श्रीमती विजया श्रीवास्तव, दीपक खांडेकर, आरपी मंडल, आशीष उपाध्याय, अनुराग जैन, अशोक शाहा, नीरज मंडलोई, शोभित जैन, एम. सेलेंद्रन, जान किंगसली ए.आर., मदन कुमार उर्फ नागर -मदन विभीषण, डॉ. मधु तेवतिया, डॉ. के. वासुकी, हरजिंदर सिंह, डॉ. सतीश कुमार, अनूप कुमार सिंह, ऋतुराज सिंह, राहुल नामदेव धोटे एवं हिमांशु प्रजापति का कार्यकाल भी उल्लेखनीय एवं स्मरणीय रहा.

जावरा में पांच महिला आएएएस अधिकारी रही. इनमें देश में जब 26 जून 1975 को आपातकाल लगा था. इसके ठीक चार दिनों पूर्व पहली आयपीएस श्रीमती अनीता दास का नाम प्रदेश में चर्चित रहा, क्योंकि अनिता दास के कार्यकाल में जावरा शहर में बहुत अतिक्रमण हटाया गया और कई लोगों को आवश्यक वस्तु अधिनियम के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. जावरा से पदोन्नति पाकर इन आईएएस अधिकारियों ने मध्य प्रदेश के बड़े शहरों इंदौर, उज्जैन मंदसौर, भोपाल व जबलपुर शहीद कई जिलों में कलेक्टर, कमिश्नर, प्रमुख सचिव व केंद्र व राज्य के गृह मंत्रालय तथा प्रमुख मंत्रालय में प्रशासनिक दक्षता के अनुपम उदाहरण पेश किए. 

जावरा में रह चुके अनेक अधिकारी वल्लभ भवन में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. हमें अब गर्व है कि जावरा में रह चुके अनुराग जैन ने भोपाल में आज गुरुवार को मुख्य सचिव पद का कार्यभार ग्रहण किया. दिल्ली से इंडिगो फ्लाइट से भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे मुख्य सचिव अनुराग जैन का भोपाल आयुक्त संजीव सिंह एवं कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया.

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