राजस्थान
ग्रीन आर्मी के सहयोग से प्रादेशिक सेवारत वैश्य सेवा संस्था ने बांधे परिण्डे : हर घर परिंडा हो, पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था हो
paliwalwani
प्रादेशिक सेवारत वैश्य सेवा संस्था ने प्रारंभ किया परिण्डे अभियान
कोटा.
प्रादेशिक सेवारत वैश्य सेवा संस्था द्वारा ग्रीन आर्मी वेलफेयर सोसाइटी कोटा के सहयोग से पक्षियों के लिए परिण्डे अभियान की शुरूआत की गई। इस अभियान के साथ ही शहर में हर घर परिंडा अभियान का भी आगाज किया गया. जिसमें प्रादेशिक सेवारत वैश्य सेवा संस्था, ग्रीन आर्मी वेलफेयर सोसाइटी ,सोशल मीडिया और जनसम्पर्क के माध्यम से यह प्रयास करेगी की हर घर में व्यक्ति परिंडा लगाए और उसमें दाना पानी की व्यवस्था करें.
घर की बालकनी, छत, गार्डन, खुले में या जहां भी जगह हो वहां पक्षियों के दाना पानी की व्यवस्था होनी चाहिए. लोगों को समझाइश की जाएगी और उन्हें आवश्यकता हुई तो परिंडे भेंट किए जाएंगे. प्रदेश महामंत्री हुकम चन्द मंगल ने इस दौरान कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति सिखाती है कि हमे पशु पक्षियों के लिए गर्मी के मौसम में दाना पानी की व्यवस्था करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रकृति के सौंदर्य में पशु पक्षियों की भी अपनी जगह है. हुकम चन्द मंगल ने कहा कि हमारी संस्था आसपास के सभी पार्कों में परिंडे बांध रही है और उसकी देखरेख की जिम्मेदारी भी दी जा रही है. संभाग अध्यक्ष डॉ. आर बी गुप्ता ने बताया की भीषण गर्मी के मौसम में परिंडा बांधना पुण्य का कार्य है. हमारा प्रयास है कि हमारी युवा पीढी और बच्चे भी इस कार्य में आगे आएं और जहां जगह मिले वहां परिंडे बांधे साथ ही उसमें नियमित दाना पानी की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी भी लें.
डॉ. गुप्ता ने कहा कि वर्तमान समय में लोग घरो और गार्डन में सुंदर पौधे लगाते हैं, लेकिन हमारी आमजन से अपील है कि वह घरों पर फलदार पौधे लगाए ताकी पक्षियों के लिए भोजन की व्यवस्था हो सके. शहर में सुंदर वृक्ष अधिक देखने को मिलते हैं लेकिन फलदार पौधे देखने को नहीं मिल रहे. उन्होंने कहा कि जहां भी संभव हो सके वहां फलदार पौधे लगाएं.
मुख्य अतिथि मंजु जैन चेयर पर्सन ग्रीन आर्मी वेलफेयर सोसाइटी कोटा के सहयोग से परिण्डे बाँधे गए और पानी भरकर पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था की गई. पक्षी परिण्डे अभियान में मुख्य रूप से पवन जैन, आर. सी. गुप्ता, हुकम चन्द मंगल, डॉ. आर. बी. गुप्ता, मुकेश जैन, आयुष गोयल, अशोक गोयल, रंजिता जैन, शालिनी अग्रवाल, डिम्पल जैन, अर्चना जैन आदि ने सहयोग किया. अंत में पवन जैन ने सभी का धन्यवाद किया.