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Zomato Platform Fee: जोमैटो पर खाना ऑर्डर करना होगा महंगा!, ग्राहकों से वसूला जा रहा प्लेटफॉर्म चार्ज
PushplataZomato Platform Fee: फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zomato ने अब एक नया चार्ज वसूलना शुरू कर दिया है। जोमैटो से खाना ऑर्डर करने पर अब ग्राहकों को 2 रुपये प्लेटफॉर्म फीस के तौर पर देना होगा। इसका मतलब है कि फूल डिलीवरी प्लेटफॉर्म पर अब खाना ऑर्डर करना महंगा होगा। जोमैटो ने कुछ खास मार्केट में 2 रुपये प्लेटफॉर्म फीस के तौर पर लेना शुरू भी कर दिया है। हालांकि, अभी यह टेस्टिंग फेज में है। हर ऑर्डर पर कंपनी प्लेटफॉर्म फीस वसूलेगी।
जोमैटो पर नई प्लेटफॉर्म फीस
कार्ट वैल्यू चाहें जितनी भी हो, सभी यूजर्स को यह चार्ज देना होगा। इसके अलावा Zomato Gold लॉयल्टी प्रोग्राम में एनरोल करने वाले ग्राहकों को भी प्लेटफॉर्म फीस चार्ज देना होगा। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इस प्लेटफॉर्म फी को टेस्टिंग के बाद सभी यूजर्स के लिए रोल आउट किया जाएगा या नहीं। Zomato व्यापक स्तर पर लागू करने से पहले लागू की गई इस फीस के असर का विश्लेषण करेगी।
2 रुपये प्लेटफॉर्म फीस को लेकर कंपनी का कहना है कि इसके साथ प्रॉफिट के नए तरीके खोजे जा रहे हैं। और जोमैटो का इरादा यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर करने का है। इस फीस को हमेशा के लिए लागू किया जाएगा या नहीं, यह ट्रायल के रिजल्ट और यूजर फीडबैक पर निर्भर करेगा।
Platform Fee चार्ज करने का फैसला क्यों?
बता दें कि जोमैटो ने अप्रैल-जून 2023 की तिमाही में पहली बार 2 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 186 करोड़ का घाटा हुआ था। हालांकि, इस तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 1,768 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,612 करोड़ रुपये हो गया। इससे पता चलता है कि जोमैटो को लंबे समय तक अपना मुनाफा बरकार रखने के लिए खर्चों को कम करने की जरूरत है।
हाल ही में अपने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जिक्युट्व ऑफिसर (CEO) दीपिंदर गोयल ने अपने बिजनेस को कम जटिल बनाने की बात कही थी। उन्होंने लिखा था कि जोमैटो अपने बिजनस में सही जगह पर सही लोगों को नियुक्त कर रही है।
Zomato की शुरुआत कब हुई?
जोमैटो की शुरुआत 2008 में दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने की थी। पहले कंपनी का नाम Foodiebay था लेकिन 2010 में इसका नाम बदलकर Zomato रखा गया। जौमैटो पर यूजर्स खाना ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं। इसके अलावा रेस्तरां से जुड़ी सारी जामकारी जैसे मेन्यू, रिव्यूज और फोटो भी देख सकते हैं। ऑनलाइन फूड सर्विस के अलावा जोमैटो यूजर्स टेबल बुक करने और अपने डाइनिंग एक्सपीरियंस को भी बेहतर बना सकते हैं। 2010 में Zomato के तौर पर लॉन्च हुए इस प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन पेमेंट के दौरान कई तरह के ऑफर्स का फायदा लिया जा सकता है।
6 महीने में दोगुना हुआ Zomato का शेयर
सोमवार (7 अगस्त) को कंपनी के शेयरो में 7 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ। ठीक 6 महीने पहले जोमैटो के शेयर की कीमत 50 रुपये से भी कम थी और अब सोमवार को BSE पर यह ऑल-टाइम हाई 102 .85 रुपये की कीमत पर पहुंच गया। यानी 6 महीने में निवेशकों का पैसा डबल हो गया है।