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कोरोना काल में कोटा रेल मंडल ने कीर्तिमान किया स्थापित, 905 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया
Paliwalwaniकोटा। कोरोना महामारी के दौर में भी कोटा रेल मंडल के कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपनी मजबूत दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण कई नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं। कोटा रेल मंडल ने देश के विभिन्न हिस्सों में खाद्यान्न और किसानों के लिए उर्वरक की निर्बाध आपूर्ति बनाए रखी। ऑक्सीजन संकट के समय भी इसकी आपूर्ति में कोटा रेल मंडल ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। कोटा मंडल की टीम ने कोरोना की रोकथाम के सभी उपायों को अपनाते हुये अपने विकास कार्यों को गतिमान बनाए रखा।
मंडल रेल प्रबंधक पंकज शर्मा ने बताया कि वैश्विक महामारी के दौरान फ्रेट रेवेन्यू में कोटा मंडल ने उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। वर्ष 2021 में कोटा मंडल ने 905 करोड़ 30 लाख रुपए राजस्व अर्जित किया है, जबकि पिछले साल इस समय क 683 करोड़ 33 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया गया था। पिछले साल की तुलना में यह 32.48% अधिक है। यह रेलवे बोर्ड की ओर से दिए गए लक्ष्य 725 करोड़ 60 लाख रुपए की तुलना में 24.77% अधिक है।
रिकॉर्ड माल का लदान किया गया
मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि कोटा मंडल की टीम ने लोडिंग के मामले में भी इस साल उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। चालू वित्तीय वर्ष के अप्रैल और मई 2021 के दो महीनों में कोटा मंडल ने १.214 मैट्रिक टन माल का लदान किया है। यह पिछले साल 2020 के इन्हीं दो महीनों के 1।126 मैट्रिक टन की तुलना में 7।8% अधिक है।समय प्रबंधन में भी उल्लेखनीय वृद्धि
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अजय कुमार पाल के मुताबिक इस दौरान कोटा रेल मंडल की पंक्चुअलिटी में भी गत साल के मुकाबले 7% की वृद्धि दर्ज की है। इस साल पंक्चुअलिटी की दर 97.21 फीसदी रही जबकि गत वर्ष यह 90.74 प्रतिशत थी। मालगाड़ियों की गति में भी कोटा मंडल ने उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। इस वर्ष यह 55 किलोमीटर प्रति घंटे रही जो कि पिछले साल की 49 किलोमीटर प्रति घंटे की तुलना में लगभग 12% अधिक है।