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ताम्बें के बर्तन में इन पेय पदार्थों को पीना सेहत को भारी नुकसान पहुंचा सकता है
Paliwalwani
तांबे के बर्तन में पानी पीना आपके शरीर को विभिन्न लाभ प्रदान करता है... आपने अकसर अपने घर के बड़े-बुजुर्गों को यह कहते सुना होगा कि तांबे के बर्तन में रातभर पानी रखने और सुबह खाली पेट उसे पीने से पेट आसानी से साफ हो जाता है। यह बात पूरी तरह सही है क्योंकि तांबे के बर्तन में रखा पानी आपकी पाचन प्रक्रिया को दुरुस्त करता है.. यह आपके पेट की सेहत के लिए अच्छा होता है.. यह हमारे पेट और गुदा के भीतर मौजूद विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।
लेकिन क्या आप इस बात से परिचित हैं कि तांबे यानि कॉपर के बर्तन में केवल पानी पीना ही लाभकारी है... इसमें अन्य खाद सामग्रियों को रखना और उनका सेवन करना आपके स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से आपका वजन भी कम होता है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसमें दूध, दही या अन्य डेयरी उत्पादों के साथ-साथ खट्टे उत्पादों को रखना आपकी सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है।
आपने बहुत से लोग ऐसे भी देखे होंगे जो तांबे के इलास में दूध, लस्सी, मट्ठा या छाछ का सेवन करते हैं जबकि यह पूरी तरह गलत है। यह ना सिर्फ इन सभी चीजों का गुण समाप्त करता है बल्कि विशेषज्ञों का कहना है कि दही में मौजूद बैक्टीरिया, मिनरल्स और अन्य विटामिन तांबे के साथ मिलकर शरीर में रिएक्शन कर सकते हैं जिससे उलटी, घबराहट या फूड पॉइजनिंग का खतरा हो सकता है। विशेषज्ञों की राय है कि नींबू में पाए जाने वाला सिट्रीक एसिड तांबे के साथ मिलकर शरीर में नेगेटिव रिएक्टशन का कारण बन सकते हैं निश्चित तौर पर यह हमारी सेहत के लिए सही नहीं है इससे हमें विभिन्न समस्याओं जैसे पेट दर्द, उलटी, गैस बनना आदि का सामना करना पड़ सकता है।
तांबे के बर्तन में भूलकर भी खट्टा सामान जैसे अचार (नींबू, आम... किसी का भी) सिरके से युक्त चीजें, जैम, सॉस आदि बिल्कुल भी नहीं रखनी चाहिए। कॉपर के साथ इनका रिएक्शन कॉपर पॉइजनिंग का खतरा पैदा करता है... जो कमजोरी और अन्य गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।