मुम्बई
चीन में फालुन दाफा दमन के 26 साल - भारत में मनाया गया विरोध दिवस
paliwalwani
फालुन दाफा, मन और शरीर का एक साधना अभ्यास है, जो दुनिया भर में 100 से अधिक देशों में लोकप्रिय है। लेकिन दु:ख की बात यह है कि चीन, जो इसका जन्मस्थान है, वहां 20 जुलाई 1999 से कम्युनिस्ट शासन द्वारा इस पर अत्याचार किया जा रहा है।
दुनिया भर में फालुन दाफा अभ्यासी इस दिन को शांतिपूर्ण प्रदर्शन, रैलियां और कैंडललाइट विजिल द्वारा "विरोध दिवस" के रूप में मनाते हैं, जिससे लोगों को इस क्रूर दमन के बारे में जागरूक किया जा सके।
इस अवसर पर, भारत में फालुन दाफा अभ्यासियों ने भी चीन में 26 वर्षों से चल रहे दमन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न शहरों में कार्यक्रम आयोजित किए।
मुंबई : मुंबई के फालुन दाफा अभ्यासियों ने चीन में अमानवीय दमन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 20 जुलाई को कार्टर रोड के पास शांतिपूर्ण मैडिटेशन और कैंडल लाइट विजिल किया। इस कार्यक्रम में पुणे के अभ्यासियों ने भी भाग लिया।
नागपुर : नागपुर में, चीन में दमन का सामना कर रहे फालुन दाफा अभ्यासियों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक शांतिपूर्ण कैंडल लाइट विजिल कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन संविधान चौक पर किया गया जिसमे 80 - 90 अभ्यासियों ने भाग लिया। अभ्यासियों ने फालुन दाफा व्यायामों का भी प्रदर्शन किया।
बैंगलोर : बैंगलोर में, चीन में क्रूर दमन में अपनी जान गंवाने वाले फालुन दाफा अभ्यासियों को याद करने के लिए कैंडललाइट विजिल कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम बैंगलोर के नेक्सस मॉल में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान DAFOH (डॉक्टर्स अगेंस्ट फोर्स्ड ऑर्गन हार्वेस्टिंग) इंडिया टीम के नेतृत्व में चीन में उत्पीड़न को रोकने के लिए एक याचिका पर लगभग 30 लोगों ने हस्ताक्षर किए।
कोलकाता, हैदराबाद और अन्य शहरों में भी, स्थानीय अभ्यासियों ने सार्वजनिक स्थानों पर चीन में अमानवीय दमन के बारे में बताने के लिए कार्यक्रम आयोजित किये।
यह भारत के लिए क्यों प्रासंगिक है?
पिछले कुछ समय से भारत और चीन के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। भारत पर दबाव बनाने के लिये चीन अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख बॉर्डर विवाद, पाकिस्तान समर्थन आदि का इस्तेमाल करता रहा है। भारत के कड़े रुख और चीनी सामान के बायकाट की मुहीम ने चीन को भारत की ताकत का अंदाजा लगा दिया है।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की धारणाएं और नीतियां उन सभी चीजों का खंडन करती हैं जिनका भारत जैसी एक प्राचीन संस्कृति और आधुनिक लोकतंत्र प्रतिनिधित्व करता है। भारत के पास चीन को सिखाने के लिये बहुत कुछ है। भारत को चीन में तिब्बत बोद्ध, वीगर मुस्लिम और फालुन गोंग पर हो रहे घोर मानवाधिकार अपराधों की निंदा करनी चाहिए। यही सोच भारत को विश्वगुरु का दर्जा दिला सकती है।
भारत में सन 2000 से फालुन दाफा का अभ्यास सभी प्रमुख शहरों में किया जा रहा है। यदि आप भी इस अभ्यास को सीखने के इच्छुक हैं तो www.learnfalungong.in पर इसके नि:शुल्क वेबिनार के लिए रजिस्टर कर सकते हैं। फालुन दाफा के बारे में अधिक अधिक जानकारी आप www.falundafa.org पर पा सकते हैं।