महाराष्ट्र
मराठा कार्यकर्ता मनोज जारांगे ने 17वें दिन भूख हड़ताल तोड़ी : सरकार आरक्षण नहीं देगी तो हम मुंबई में आंदोलन करेंगे
Paliwalwaniमहाराष्ट्र : मराठा आरक्षण की मांग कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल ने अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है. उन्होंने इस बाबत फैसला लेने के लिए सरकार को 2 जनवरी 2024 तक 2 महीने का समय दिया है.
महाराष्ट्र में महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनशन कर रहे, मनोज जरांगे ने गुरुवार 2 नवंबर 2023 को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल खत्म कर दी. मनोज ने सरकार को 2 जनवरी 2024 तक का समय दिया है. इसके पहले रिटायर्ड जज सुनील शुक्रे, एमजी गायकवाड़ ने मनोज से मुलाकात की. उन्होंने मनोज को बताया कि सरकार स्थायी आरक्षण देने के लिए कानूनी तौर पर क्या करेगी.
इसके बाद 4 मंत्रियों धनंजय मुंडे, संदीपान भुमरे, अतुल सावे, उदय सामंत के एक प्रतिनिधिमंडल ने जरांगे से मुलाकात कर भूख हड़ताल खत्म करने की अपील की. उन्होंने भी स्थायी मराठा आरक्षण देने का वादा किया. इसके बाद मनोज जरांगे ने अनशन खत्म करने की घोषणा की. कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा कि विधानमंडल सत्र 7 दिसंबर 2023 से शुरू होगा. इस सत्र में 8 दिसंबर 2023 को मराठा आरक्षण पर चर्चा की जाएगी. जरांगे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने मराठा समुदाय को स्थायी आरक्षण देने का वादा किया है. उन्होंने इसके लिए कुछ समय मांगा है. हम सबकी दिवाली मीठी बनाने के लिए सरकार को समय देंगे. अगर सरकार तय समय में आरक्षण नहीं देगी तो हम मुंबई में आंदोलन करेंगे.
बता दे : पिछली बार मराठा आरक्षण को लेकर पिछले 17 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे, सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने आंदोलन खत्म कर दिया है, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मनोज जरांगे से मिलने के लिए गुरुवार 14 सितंबर 2023 को जालना पहुंचे, सीएम शिंदे ने खुद जरांगे को जूस पिलाकर उनकी भूख हड़ताल तुड़वाई, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने मंत्रिमंडल के साथियों के साथ जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव पहुंचे.
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