इंदौर
अग्रसेन महासभा द्वारा आयोजित शिविर में अब तक एक हजार मरीजों का उपचार : आज समापन होगा
Anil bagora, Sunil paliwalप्राकृतिक चिकित्सा शिविर में बताया : मसालों और सब्जी से भी दूर हो सकते हैं अनेक रोग
इंदौर : श्री अग्रसेन महासभा के बायपास स्थित मांगलिक भवन पर गत 25 मार्च से चल रहे प्राकृतिक चिकित्सा शिविर में हर मर्ज के मरीजों को लाभ मिल रहा है। आज भी सुबह से विभिन्न रोगों से ग्रस्त मरीजों ने यहां आकर जड़ीबूटी युक्त मिट्टी एवं तेल का लेपन कराने के बाद स्वयं को रोग से मुक्त बताया। पिछले 6 दिनों में यहां एक हजार से अधिक मरीजों ने प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार कराया है। शिविर का समापन गुरुवार 3 मार्च को सुबह 10.30 बजे होगा, लेकिन चिकित्सा शिविर दोपहर 3 बजे तक चलेगा।
महासभा के अध्यक्ष राजेश बंसल एवं शिविर संयोजक मोहनलाल बंसल ने बताया कि उदयपुर के कंचन प्राकृतिक चिकित्सा सेवा केन्द्र के चिकित्सकों द्वारा यहां प्रतिदिन प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति से मरीजों का उपचार किया जा रहा है। प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार कराने वाले राजकुमार विजयवर्गीय, रेशम अग्रवाल, गिरिजा विजयवर्गीय, श्वेतकेतु वैदिक एवं स्वयं मोहनलाल बंसल ने भी इस शिविर में अपना उपचार कराने के बाद कहा कि वे अब बहुत राहत महसूस कर रहे हैं।
सब्जी और मसालों से भी उपचार संभव- इस केन्द्र के चिकित्सक डॉ. छैलबिहारी शर्मा एवं डॉ.रामअवतार शुक्ला ने चिकित्सा के पूर्व मरीजों को प्राकृतिक चिकित्सा का महत्व भी बताया। उन्होंने कमर दर्द एवं घुटने के दर्द होने पर मसाले में प्रयुक्त होने वाली सामग्री तथा सब्जी का प्रयोग करने की सलाह दी। इसमें कमर और घुटने के दर्द से मुक्ति के लिए अदरक का गुनगुना रस पीने एवं फूलगोभी उबालकर खाने की सलाह दी। पेट में कीड़े होने पर परवल की सब्जी, गठिया रोग के लिए आलू की पतली सब्जी, खांसी से मुक्ति के लिए प्याज की सब्जी, मूत्र में जलन होने पर लौकी और धनिया का रस पीने, पेट में जलन होने पर धनिया और मिश्री मिलाकर पीने, मधुमेह में करेले का प्रयोग करने, पथरी से मुक्ति के लिए मूली का रस पीने या सब्जी खाने, शराब का नशा उतारने के लिए इमली का प्रयोग करने, आंखों में जाला होने पर कच्चे आलू को पीसकर आंखों में लगाने दाद-खाज होने पर लहसून की राख और शहद मिलाकर लगाने जैसे उपाय भी बताए। मोटापा कम करने के लिए लौकी और अदरक का रस लेने और खीरा खाने का परामर्श दिया।