इंदौर
Indore news : सड़क हादसा मामला : फरियादी और आरोपी भी घायल महिला का पति
paliwalwani
इंदौर.
इंदौर में सड़क हादसे का एक ऐसा केस सामने आया है, जिसमें घायल महिला का पति ही फरियादी और आरोपी भी। मामला एबी रोड स्थित BRTS का है। गड्ढे की वजह से स्कूटर पर पति के साथ जा रही पत्नी हादसे का शिकार हो गई। दो साल का बच्चा भी गोद में था। पत्नी को सिर और पैर में चोट लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया।
सूचना पर पुलिस भी अस्पताल पहुंची। पत्नी के बयान लेने की कोशिश की गई। लेकिन वह बयान देने की स्थिति में नहीं थी। उसकी जगह बाइक चला रहे पति ने बयान दे दिए। घटना के पीछे खुद की लापरवाही बताई। इस बयान के आधार पर पुलिस ने उसी पर (पति) पर केस दर्ज कर लिया। यानी वही फरियादी, वही आरोपी। जानिए ऐसा होने के पीछे की क्या वजह है..
घायल पत्नी के ठीक होने से पहले पति के बयान पर एफआईआर हुई
हादसे में जो महिला घायल हुई थी, उसे डिस्चार्ज किया जा चुका है। पुलिस अमूमन बयान के लिए घायल के ठीक होने का इंतजार करती है। इस मामले में अलग ही स्थिति बनी। पुलिस अस्पताल में बयान लेने पहुंची तो डॉक्टर ने कहा कि वह अभी बयान नहीं दे सकती। इस पर पुलिस ने इंतजार किए बगैर तुरंत पति के बयान लेकर एफआईआर कर ली है।
पति ने एफआईआर में कहा कि '14 सितंबर को रात करीब 8 बजे मैं अपने छोटे भाई कार्तिक गौड की एक्टिवा MP 09 DH 8539 से पत्नी शानू गौड और दो 2 साल के बेटे को गाड़ी के पीछे बैठाकर विजय नगर से होते हुए नौलखा डॉक्टर को दिखने के लिए जा रहा था। जैसे ही मैं एलआईजी चौराहे पर पहुंचा तो ट्रैफिक जाम होने के कारण यहां पर लगे सुरक्षाकर्मी के द्वारा बीआरटीएस के अंदर से ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया। मैं जल्दी के कारण अपनी गाड़ी तेजी और लापरवाही पूर्वक चलाने लगा।
जैसे ही ब्लैक पल्प के सामने पहुंचा तो बीआरटीएस में बने गड्ढे में मेरी गाड़ी जाने से गाड़ी का बैलेंस बिगड़ गया। जिसके कारण मेरी गाड़ी उछल गई और गाड़ी के पीछे बैठी पत्नी दो साल के बच्चे के साथ रोड पर गिर गई। पत्नी को सिर और दाहिने पैर की एड़ी में चोट लगी और खून निकलने लगा। घटना लोकचंद कुशवाह और आसपास वालों ने देखी। पत्नी को ऑटो रिक्शा में बैठाकर राहगीरों की मदद से सीएचएल केयर अस्पताल लेकर गया। जहां उसे आईसीयू में भर्ती किया गया।'
हादसा प्रतिबंधित क्षेत्र बीआरटीएस पर हुआ था
मामले में एक और दिलचस्प पहलू है। जहां हादसा हुआ है, वह सामान्य वाहनों के लिए प्रतिबंधित बीआरटीएस है। यहां सिर्फ सिटी बस, एम्बुलैंस, दमकल या परमिशन मिले वाहनों को ही चलने की अनुमति है। स्कूटर से जा रहा परिवार यहीं पर हादसे का शिकार हुआ था।
उसने एफआईआर में इसका खासतौर पर जिक्र किया है कि पुलिस के ही कहने पर ट्रैफिक जाम के दौरान वह इस बीआरटीएस से जा रहा था। बता दें कि यदि यह जिक्र नहीं होता है और प्रतिबंधित एरिया में हादसा होता है तो क्लेम में समस्या आ सकती है।