इंदौर
अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज में नव संवत्सर प्रतिपदा पर कार्यक्रम का आयोजन
Paliwalwani
इंदौर : शासकीय अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में विश्व आयुर्वेद परिषद के द्वारा हिंदू नव वर्ष के उपलक्ष में नव संवत्सर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ मुकेश मोड वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ एवं विशिष्ट अतिथि डॉ सतीश चंद्र शर्मा प्राचार्य एवं सदस्य भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग उपस्थित रहे. कार्यक्रम में मंच पर विश्व आयुर्वेद परिषद इंदौर शाखा के अध्यक्ष आरआर सोलंकी उपस्थित रहे.
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान धन्वंतरि की वंदना से एवं माल्यार्पण से की गई. कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अनु रुचि के द्वारा किया गया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि का परिचय डॉक्टर अखिलेश भार्गव के द्वारा दिया गया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ मुकेश मोड ने बताया कि भारत में हजारों वर्ष पूर्व से ही नववर्ष की परंपरा रही है और इसी दिन अनेक खगोलीय घटनाएं भी हुई हैं. उन्होंने अनेक इतिहासकारों के द्वारा बताए गए नव वर्ष के बारे में जानकारी दें. डॉक्टर सतीश चंद शर्मा प्राचार्य ने बताया कि आयुर्वेद दृष्टि से नववर्ष का बहुत महत्व है. इसे चैत्र महीने से शुरू किया जाता है और स्वास्थ्य की दृष्टि से इसका बहुत महत्वपूर्ण संदर्भ है. कॉलेज के डॉक्टर ए पी एस चौहान ने बताया कि विश्व आयुर्वेद परिषद पूरे भारतवर्ष में इस अवसर पर अनेक आयोजन करता है और अलग-अलग राज्यों में इसे अलग अलग नाम से जाना जाता है. कार्यक्रम में हिमालय कंपनी के संचालक डॉक्टर नवीन खेडे, अमर शर्मा गहलोत एवं अन्य प्रतिनिधि उपस्थित रहे. हिमालय कंपनी द्वारा बीएमएस फाइनल में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली डॉक्टर गीतांजलि कानूनगो एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली डॉक्टर आज्ञा को पुरस्कृत किया गया. इस अवसर पर बच्चों को आयुर्वेद से संबंधित एक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया और जीतने वाले बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम में इंदौर शहर के वरिष्ठ चिकित्सक एवं आरोग्य भारती के डॉक्टर लोकेश जोशी, डॉ प्रीति डॉ चौहान डॉक्टर पांडे उपस्थित रहे. कार्यक्रम में अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज के डॉक्टर एवं छात्रों ने भाग लिया. कार्यक्रम के अंत में डॉ आर आर सोलंकी के द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया.