इंदौर
एक अधिकारी दूसरा कर्मचारी बच गया.., बेचारा सेतिया जी फंस गया...!
paliwalwani
indoremetro
इन्दौर.
इन्दौर के तत्कालीन सीएमएचओ डॉ.भेरूसिंह सेतिया को लेकर लोकायुक्त द्वारा आरोप पत्र_चार्जशीट थमाने का मामला'सामने आया है...! इसके बाद तत्कालीन सीएमएचओ वरिष्ठ संयुक्त संचालक जेडी ग्वालियर डॉ.भेरूसिंह सेतिया, की मुश्किलें बढ़ गई है।
मामले में जानकारी लगी है कि एक प्राइवेट अस्पताल को नियम विरुद्ध फायदा पहुंचाने के मामले में एक शिकायत पर कार्रवाई हुई है। इधर इस मामले पर क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं इन्दौर संभाग इन्दौर आरडी डॉ. शाजी जोसफ ने मामले पर किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार किया है, कमाल की बात ये है "कि आरडी डॉ. शाजी जोसफ के कार्यकाल में ही ये कारनामा हुआ है।
अब जब इसकी जानकारी अफसरो को लग चुकी है"तो इन्दौर से लेकर ग्वालियर तक हल-चल तेज हो गई है। सूत्रों से खबर ये भी लगी है,की विभाग के ही एक जिम्मेदार कर्मचारी" अधिकारी_की मिलीभगत का शिकार...सेतिया हुए है"इन्दौर के तत्कालीन सीएमएचओ_डॉ.भेरूसिंह सेतिया के साथ" हुआ ये वाक्या हिंदी का चर्चित मुहावरा करे कोई और भरे कोई और...?सेतिया पर सटीक बैठता दिख रहा है।
अपुष्ट सूत्रों से खबर ये भी है कि विभाग के ही नर्सिंग होम शाखा के एक प्रभारी"और दूसरे बीएमओ की ये बिंदास मिलीभगत का नतीजा है_इसी बीच एक और खबर ने सबको हैरान कर दिया है वो अपुष्ट खबर ये है _की इससे नाराज होकर, मामले में तत्कालीन सीएमएचओ इन्दौर डॉ.भेरूसिंह सेतिया ने नर्सिंग होम शाखा प्रभारी को नाराजगी के चलते हटाया जिसके बाद नर्सिंग होम शाखा के प्रभारी ने चार्ज नहीं लिया... तनातनी बड़ी और फिर आखिर सेतिया ने शाखा प्रभारी को फिर प्रभार सौंप दिया।
उल्लेखनीय है_की दूसरी और मामले का खुलासा होने पर अस्पताल प्रबंधन ने पूरे मामले से दूरी बना ली है..! अस्पताल प्रबंधक द्वारा अस्पताल को बेचे जाने की जानकारी का भी खुलासा हुआ है। इन्दौर मेट्रो को इस मामले में और भी जानकारियां लगी है जिसका खुलासा आगामी दिनो मे होगा।





