इंदौर
MP Police Protest: ‘हमें न्याय चाहिए…’ पुलिसवाले ही लगा रहे न्याय की गुहार, सोशल मीडिया प्रोफाइल पर लगाया ‘ब्लैक होल’, सीएम से की अपील
PALIWALWANI
MP News: मऊगंज में एएसआई की हत्या औरमें वकीलों द्वारा पुलिस पर हमले के बाद राज्य के 50 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है। खुद को न्याय दिलाने के लिए पुलिस प्रोटेस्ट कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को हमलों के विरोध में पुलिस वालों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ब्लेक होल’ की तस्वीर लगाई।
पुलिस मुख्यालय ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी
हर पद, हर वर्दीवाले ने अलग-अलग डीपी लगाकर न्याय की मांग की। हालांकि, पुलिस मुख्यालय की ओर से इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। छतरपुर के सब-इंस्पेक्टर अवधेश कुमार दुबे ने सोशल मीडिया पर न्याय की गुहार लगाते हुए वीडियो पोस्ट किया है।
वीडियो में अवधेश ये कहते सुनाई दे रहे हैं – “पुलिस क्यों भीड़तंत्र का शिकार बन रही है। ऐसा लग रहा है मानों हमारे पंजे नोच लिए गए हैं। क्या वो वक्त आ गया है कि तीर भी चलाने हैं और परिंदे भी बचाने हैं? मुख्यमंत्री जी एक बार हमारी ओर भी देखिए। हमारा दंभ तो जिंदा रहने दीजिए।”
बता दें कि लोक सेवकों से मारपीट के मामले में देश का दूसरा राज्य है। एनसीआरबी 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में एक साल में पुलिस और लोक सेवकों पर 62 हमले हुए।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के मऊंगज में एक आदिवासी युवक को बचाने की गई पुलिस टीम को जानलेवा हमले का सामना करना पड़ा था। इस हमले में ASI राम गोविंद गौतम की तो मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, दूसरे अधिकरी संदीप भारती गंभीर रूप से चोटिल हैं। उनके अलावा हनुमना तहसीलदार कुमारे लाल पनका के भी हाथ-पैर टूटे हैं।
पूरा विवाद दो महीने पुराना है जिसमें आदिवासी युवक अशोक कुमार की मौत हो गई थी। जांच में पाया गया था कि शख्स की हादसे में जान गई है, लेकिन परिवार वालों के मुताबिक सनी द्विवेदी नाम के लड़के ने हत्या की थी। इसी वजह से शनिवार को शाम करीब चार बजे सनी को इस आदिवासी परिवार ने बंधक बना लिया, जमकर उसकी पिटाई की।
ASI को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा
पिटाई के कारण उसकी जान चली गई। उस युवक बचाने के लिए ही टीआई की टुकड़ी मौके पर गई थी, साथ में पुलिस बल भी था। लेकिन गांव वालों के सामने पुलिस की एक नहीं चली और ASI को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
वहीं, शनिवार को इंदौर में वकीलों और पुलिस के बीच बड़ा टकराव हुआ। इस टकराव के कारण हाई कोर्ट चौराहे पर देर तक जाम की स्थिति रही। वकीलों ने टीआई को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था।