इंदौर
indore news : पंजाब ज्वेलर्स पर नापतौल विभाग ने मारा छापा
paliwalwaniएक मशीन अमानक है और दूसरी असत्यापित है...यह गैरकानूनी है...
इंदौर.
एमजी रोड स्थित पंजाब ज्वेलर्स की शाखा द्वारा ग्राहक के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। ग्राहक की शिकायत पर नापतौल विभाग ने हीरे और सोने की हेराफेरी के मामले में शनिवार को छापा मारा।
मध्यप्रदेश में एक ग्राहक से पंजाब ज्वेलर्स ने सोने की रिंग और वजन में गड़बड़ी की। इसकी शिकायत नापतौल विभाग और कलेक्टर आशीष सिंह से की गई। शिकायत के बाद कार्रवाई में पंजाब ज्वेलर्स की वेट मशीन अमानक पाई गई, वहीं बांट भी नियमानुसार नहीं मिले।
एमजी रोड स्थित पंजाब ज्वेलर्स पर केस दर्ज किया गया है। नापतौल विभाग ने शनिवार शाम को छापा मारा और उस पर अमानक व असत्यापित वजन मशीन का उपयोग करने पर केस दर्ज किया है। साथ ही उसके यहां पर असत्यापित बाट भी पाए गए। यानी ज्वलेरी तौलने में पंजाब ज्वेलर्स द्वारा ठगी की जा रही है। नापतौल विभाग ने केस दर्ज कर लिया है। पंजाब ज्वेलर्स के डायरेक्टर दर्पण आनंद है।
गौरतलब है कि अंशुमान जाट ने पंजाब ज्वेलर्स शाखा एम. जी. रोड इंदौर से दिनांक 15 अगस्त 2023 को सोने के साथ हीरे के आभूषण खरीदे थे, उक्त आभूषण में से एक सोने की रिंग जिस पर सफ़ेद रंग का एक नग लगा हुआ था उक्त रिंग में सोने तथा नग सहित कुल वजन 7.260 ग्राम था जिसमे सोने का वजन 7.171 ग्राम तथा नग का वजन 0.089 मिली ग्राम था, उसके पश्चात फरियादी जाट के द्वारा दिनांक 4 मई 2024 को उक्त आभूषण/ रिंग को उक्त पंजाब ज्वेलर्स शाखा एम. जी. रोड इंदौर पर बदलकर नई रिंग लेने के लिए गए तब उक्त रिंग का वजन पंजाब ज्वेलर्स के कर्मचारी द्वारा पुनः किया गया।
तब उनके द्वारा तोल कांटे से पर्ची निकाल कर दी गयी, और कहा गया की आपकी रिंग का वजन यह है, तब प्रार्थी द्वारा देखा गया की उक्त पर्ची पर तो सोने तथा नग सहित कुल वजन 7.190 ग्राम था उक्त पर्ची पर सोने का वजन 6.740 ग्राम था, नग का वजन 450 मिली ग्राम था। इस प्रकार यहाँ प्रार्थी को यह देखने में आया की नग का वजन ज्यादा हो गया है जो की कदापि संभव नही है इस कारण प्रार्थी को उक्त दुकानदार पर तथा उनके कर्मचारीगण पर आशंका हुयी की यह तो मनमानी करते हुए मेरे साथ छल कर रहे है।
तथा किसी के साथ भी धोखा करते हुए मनचाही पर्ची निकाल सकते है, तब प्रार्थी के द्वारा दुसरे कांटे पर उक्त रिंग को तोलने को कहा गया। तब उक्त दुकान कर्मचारी द्वारा बदसलूकी करते हुए कहा गया की में फिर से तोल कांटे पर तोलता हूँ तब फिर से उसी तोल कांटे पर तोलने पर पुनः उक्त रिंग का कुल वजन अलग आया था उक्त दोनों पर्ची का फोटो प्रिंट तथा उक्त रिंग के बिल की प्रति इसके साथ संलग्न प्रस्तुत की जा रही है।
तब प्रार्थी द्वारा उक्त दुकान के जिम्मेदार व्यक्ति से बात करने की इच्छा जाहिर करते हुए उक्त तौलकांटे तथा समस्त दुकान के अन्य तौलकांटों के बारे में जानकारी तथा सील व नापतौल विभाग का सत्यापन प्रमाण-पत्र की प्रति मांगी तो प्रार्थी से उक्त दुकान के मैनेजर तथा अन्य कर्मचारी के द्वारा प्रार्थी को धमकाते हुए यह कहा गया की हमारे पास कुछ नहीं है और ना ही हम ऐसा कुछ करवाते है। नापतौल के अधिकारी तो हमारी जेब में है, हमारी ऊपर तक सब सेटिंग है, हमारी मर्जी से ही हम तौलकांटे चलाते है, जितना हमारी मर्जी होती है उतना वजन कम-ज्यादा कर सकते है। अब निकलो यहां से जहां मर्जी हो वहां चले जाना, अब इधर दिखना मत।
फरियादी जाट ने संबंधीत पंजाब ज्वेलर्स के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर, नियंत्रण नापतौल विभाग और भारतीय मानक ब्यूरो से फरियाद की है। साथ ही पंजाब ज्वेलर्स के सीसीटीवी कैमरे से भी घटना प्रमाणित की जा सकती है। जाट का शिकायत में कहना है कि यह सिर्फ उसके साथ ही नहीं पंजाब ज्वेलर्स द्वारा संपूर्ण समाज के साथ छल किया जा रहा है। क्योंकि यह दिन-प्रतिदिन लाखों रुपए की बिक्री कर धोखाधड़ी कर रहे है।
ग्राहक द्वारा नापतौल विभाग में शिकायत की गई थी। इसमें बताया था कि एक साल पहले सोने की रिंग ली थी और इसमें नग लगा था, जिसका उस समय बिल में वजन 89 एमजी बताया गया। रिंग का कुल वजन 7 ग्राम 260 मिलीग्राम था। ग्राहक ने बताया कि मैं इसे बेचकर अन्य ज्वेलरी लेना चाहता था। जब बेचने के लिए वापस पंजाब ज्वेलर्स गया तो उन्होंने सोने का वजन कम करते हुए नग का वजन 450 मिलीग्राम बता दिया यानी करीब पांच गुना ज्यादा।
कस्टमर अंशुमन जाट ने खुलासा फर्स्ट को बताया कि रिंग पर जो बिल पर वजन था वह 7.260 ग्राम था। मैं जब बेचने गया तो नग का वजन तो ज्यादा बताया ही, वहीं कांटे पर इस रिंग का वजन अब 7.240 ग्राम आया और वहीं पर्ची पर लिखकर दिया गया कि वजन 7.190 ग्राम है। इस तरह सोने का वजन काफी कम कर दिया गया। यह वह सभी ग्राहकों के साथ कर रहे हैं इसलिए शिकायत की और इसमें नापतौल विभाग ने पाया की वजन मशीन सही नहीं है।
ग्राहक ने शिकायत कलेक्टर आशीष सिंह को भी की। शिकायत की जांच के लिए नापतौल की टीम एमजी रोड स्थित पंजाब ज्वेलर्स के यहां गई। यहां पर सभी वजन मशीनों की जांच की गई। तो इसमें पाया गया कि एक मशीन अमानक है और दूसरी असत्यापित है। यह गैरकानूनी है। साथ ही जो ज्वेलरी नापने के बाट है, वह भी नियमानुसार नहीं और असत्यापित है। नापतौल विभाग ने इन दोनों ही मामले में केस पंजीबद्ध कर लिया है। जांच टीम में उपनियंत्रक विभाग से प्रभारी उपनियंत्रक एसए खान के साथ केएस ठाकुर, केआर चौधरी व अन्य शामिल थे।